दशहरे मैदान की अनाज मंडी में धान उपज की भारी आवक हुई मंडी प्रबंधन ने किसानों से धान न
*दैनिक प्राईम संदेश जिला* *ब्यूरो चीफ राजू बैरागी जिला* *रायसेन*
लाने की अपील की, कई किसान धान उपज की नीलामी बगैर लौटे धान के रेट किसानों को 4450 रुपये क्विंटल मिले
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दशहरे मैदान की अनाज मंडी में धान उपज की भारी आवक हुई मंडी प्रबंधन ने किसानों से धान न लाने की अपील की, कई किसान धान उपज की नीलामी बगैर लौटे धान के रेट किसानों को 4450 रुपये क्विंटल मिले।
दशहरे मैदान की अनाज मंडी में धान उपज की भारी आवक हुई मंडी प्रबंधन ने किसानों से धान न लाने की अपील की, कई किसान धान उपज की नीलामी बगैर लौटे धान के रेट किसानों को 4450 रुपये क्विंटल मिले।
रायसेन।दशहरे ग्राउण्ड में कृषि उपज।
मंडी की नीलामी में इन दिनों धान से ट्रैक्टर ट्रॉली की भारी आवक से दशहरा मैदान खचाखच भरा रहता है।हालांकि गुरुवार को मंडी प्रशासन के सचिव आरपी शर्मा ने किसानों से खराब मौसम और मावठे घना कोहरा छाने से धान से भरी ट्रालियां नीलामी में नहीं लाने की अपील की थी।लेकिन इस अपील का किसानों पर कोई असर नहीं पड़ा।बावजूद इसके किसानों की पूसा वासमती धान से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली नीलामी के लिए घर से लेकर पहुंचे।बताया जा रहा है कि दर्जनों किसानों को बगैर नीलामी के गुरुवार की शाम 4 बजे बैरंग लौटना पड़ा।मंडी सूत्रों के अनुसार शुक्रवार से एक बार फिर से तीन रोज धान की नीलामी पर रोक लगी रहेगी।इसकी जानकारी किसानों को भी दी जाएगी।इधर मंडी कर्मचारी गौतम फांडवे ने बताया कि गुरुवार की शाम साढ़े 4 बजे तक ढाई सौ से ज्यादा धान से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली नीलामी के लिए पहुंचे।दशहरे मैदान की स्थानीय कृषि उपज मंडी में इस समय धान उपज की भारी आवक हो रही है।किसानों को धान के 4340 से 4450 रुपये क्विंटल नीलाम हुई।जिससे किसानों के चेहरे धान के अच्छे दाम मिलने से खुश नजर आए।
नीलामी मंडी परिसर में किसान एक दिन पहले ही शाम से अपनी ट्रैक्टर ट्रॉलियां लेकर मंडी परिसर में पहुंच रहे हैं और पूरी सर्द रात मंडी में ही गुजार रहे हैं।कारण साफ है कि भीड़ भाड़ और ट्रॉलियों की रेलमपेल से बचा जाए और सुबह नीलामी जल्दी हो जाए ताकि अनाज की तुलाई कर भुगतान लेकर अपने गांव वापस हो लिया जाए। हालांकि मौसम इस वक्त बिगड़ा ह़आ है और मावठे के भी आसार लगातार बने हुए हैं।ऐसे में किसानों को अपने अनाज को बहुत सहेजकर लाना और तुलाई हो जाने तक बचाकर रखना पड़ रहा है, इसके लिए वे घर से ही पूरी ट्रॉली को तिरपाल और पॉलीथिन से पैककर ला रहे हैं। गुरुवार को भी मंडी में ऐसी ही ट्रॉलियों का नजारा रहा। जिससे मंडी कर्मचारियो को नीलामी के दौरान काफी मशक्कत करनी पड़ती है।