धौहनी में त्रिकोणीय मुकाबले के आसार,गोगपा प्रत्याशी ने झोंकी ताकत।
शिक्षा व्यवस्था दुरुस्त करना पहली प्राथमिकता–लालदेव सिंह
*अरविंद सिंह परिहार सीधी*
जैसे-जैसे मतदान के दिन नजदीक आ रहे है धौहनी का चुनावी माहौल बदलता हुआ नजर आ रहा है। अभी तक कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने थी लेकिन
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी एवं बहुजन समाज पार्टी के संयुक्त प्रत्याशी रिटायरमेंट डीएसपी लालदेव सिंह कुशराम के तेज जनसंपर्क व प्रचार प्रसार से चुनावी समीकरण बदलता दिख रहा है जहां अब त्रिकोणी मुकाबला का असर दिखने लगा है। आज 7नवम्बर को नगर परिषद मझौली में जनसंपर्क के दौरान मीडिया से चर्चा करते हुए कहा गया कि आदिवासियों की दशा सुधारना राजनीति में आने का मुख्य उद्देश्य है। मीडिया के सवाल पर की यदि आप चुनाव जीतते हैं तो पहली प्राथमिकता क्या होगी तो उनके द्वारा कहा गया कि बदहाल शिक्षा व्यवस्था दुरुस्त करना मेरी पहली प्राथमिकता होगी।
यह पूछे जाने पर कि क्षेत्र के किन मुद्दों को लेकर लोगों के बीच समर्थन मांगने जा रहे हैं जिसमें उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज की दशा सुधारने के लिए एवं उन्हें उनके अधिकारों के लिए जागरूक करने को लेकर।साथ ही मैं सेवा काल से ही उस क्षेत्र में काम करता था और सेवानिवृत्ति के बाद उसे मिशन के रूप में लेकर चल रहा हूं। वहीं संजय टाइगर रिजर्व के विस्थापन को रोकना, आवारा पशुओं की समस्या से निजात दिलाना एवं मूसामूड़ी, भुमका ग्रामों के किसानों की फर्जी तरीके से किए गए भूमि अधिग्रहण को निरस्त करने एवं जमीनों को फिर से की किसानों को दिलाने जैसे मुख्य मुद्दे हैं।क्षेत्रीय विधायक के विकास को कैसे चैलेंज करेंगे इस सवाल पर उन्होंने कहा कि वर्ष 2021 में क्षेत्रीय विधायक ने गिजवार में एक स्टेटमेंट दिया था कि टिकरी गिजवार की सड़क नहीं बनेंगी तो इस क्षेत्र में कदम नहीं रखूंगा। जिस सड़क की हालत आज भी इसी तरह बनी हुई है इसी तरह विकास और घोषणाएं हैं। मूसामूडी के विस्थापन को रोकने के लिए हम लोगों ने हाई कोर्ट में याचिका लगाई है तब से विस्थापन कार्यवाही रुकी है वहीं क्षेत्र में व्यापक भ्रष्टाचार प्रमुख मुद्दा है और शिक्षा विभाग के भ्रष्टाचार और गलत नीतियों के चलते शिक्षा पद्धति में विसंगति आ गई है उनकी सरकार आती है तो उस पर सुधार करना उनका लक्ष्य रहेगा।साथ ही सीधी सिंगरौली जिले में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का गठबंधन है साथ ही दोनों दलों के द्वारा संयुक्त वचन पत्र भी जारी किया गया है उनकी सरकार बनती है तो उस वचन पत्र पर पूर्ण रूप से अमल किया जाएगा।