भोपाल । मध्यप्रदेश में चुनावी पारा आसमान चढ़ने लगा है कही प्रचार के दौरान हाथापाई तो कही आदर्श आचार संहिता का उलंघन किया जा रहा है । इसी को देखते हुए मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी ने मुख्य निर्वाचन आयोग के समक्ष एक शिकायत की है जिसमें बताया गया की केन्द्रीय गृह मंत्री एवं भाजपा नेता अमित शाह ने दिनांक 28 अक्टूबर, 2023 को भोपाल में सार्वजनिक रूप से बैठक के दौरान धमकी दी है कि जो भी अधिकारी कमल का ध्यान न रखे उसे छोड़ना नहीं, एवं यदि कोई कर्मचारी कमल का ध्यान ना रखे या नुकसान पहुंचाए उसकी तत्काल शिकायत की जाएं तथा उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आदेशित किया कि आप भी मेसेज कर दो की वो किसी को नहीं बचापाऐंगे, यह धमकी सीधे सीधे शासकीय अधिकारी, कर्मचारियों का मनोबल तोड़ने एवं सत्तारूढ़ भाजपा के पक्ष में चुनाव में मदद करने के लिए बाध्य करने की धमकी है, जो कि सीधे सीधे प्रभावशील आदर्श आचार संहिता का खुला उल्लंघन है । जबकि आपको बता दे की भारत निर्वाचन आयोग, नई दिल्ली द्वारा दिनांक 9 अक्टूबर, 2023 को घोषणा उपरांत विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया चल रही है एवं आदर्श आचार संहिता प्रभावशील है।
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केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा शासकीय संसाधनों का दुरूपयोग करते हुए भाजपा के पक्ष में चुनाव प्रचार करने के साथ साथ शासकीय अधिकारी, कर्मचारियों को कमल के पक्ष में काम ना करने पर देख लेने की धमकी देना चुनाव प्रक्रिया को बाधित करना है तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री, मंत्री एवं भाजपा नेताओं द्वारा प्रदेश में शासकीय अधिकारियों, कर्मचारियों में भय का वातावरण निर्मित किया जा रहा है जो कि संवैधानिक मूल सिद्धांतों के विपरीत है । माननीय निर्वाचन आयोग से निवेदन है कि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा भोपाल में दिनांक 28 अक्टूबर, 2023 को सार्वजनिक रूप से शासकीय अधिकारियों, को धमकाने एवं भाजपा के पक्ष में कार्य ना करने पर देख लेने की धमकी देकर उन्होंने प्रभावशील आदर्श आचार संहिता का खुला उल्लंघन किया है इसलिए उनके विरूद्ध प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही की जावे जिससे कि विधानसभा के चुनाव का मतदान निष्पक्ष एवं रूप से सम्पन्न हो सके जो कि न्यायोचित होगा ।