News By- हिमांशु उपाध्याय / नितिन केसरवानी
कौशाम्बी: जनपद में बालकों की सुरक्षा, संरक्षण एवं उनके अधिकारों के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर पुलिस प्रशासन ने कमर कस ली है। बुधवार को अपर पुलिस अधीक्षक कौशाम्बी राजेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में विशेष किशोर पुलिस इकाई (एसजेपीयू) की मासिक समीक्षा एवं समन्वय बैठक दुर्गा भाभी सभागार, पुलिस कार्यालय कौशाम्बी में आयोजित की गई। बैठक में किशोर न्याय (बालकों की देखरेख एवं संरक्षण) अधिनियम–2015 के तहत किए जा रहे कार्यों की गहन समीक्षा की गई। बाल श्रम, बाल भिक्षावृत्ति, बाल विवाह एवं पॉक्सो एक्ट से जुड़े मामलों में लापरवाही पर नाराजगी जताते हुए अपर पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट निर्देश दिए कि एसबीआर, फॉर्म–A एवं फॉर्म–B को शासन द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों के अनुरूप समयबद्ध ढंग से अनिवार्य रूप से पूर्ण किया जाए। गुमशुदा बच्चों से संबंधित पंजीकृत एवं लंबित मामलों को अत्यंत संवेदनशील बताते हुए अपर पुलिस अधीक्षक ने इनके शीघ्र निस्तारण को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक मामले की नियमित मॉनिटरिंग हो तथा बच्चों की बरामदगी और पुनर्वास की प्रक्रिया में किसी भी स्तर पर शिथिलता न बरती जाए। बैठक के दौरान जे.जे. एक्ट से संबंधित नवीन शासनादेशों एवं दिशा-निर्देशों के प्रभावी अनुपालन पर भी विस्तार से चर्चा हुई। साथ ही विद्यालयों, ग्राम पंचायतों एवं सार्वजनिक स्थलों पर बाल अधिकारों को लेकर जनजागरूकता अभियान चलाने पर विशेष जोर दिया गया, जिससे समाज स्वयं बाल अपराधों के विरुद्ध सजग बन सके। बैठक में क्षेत्राधिकारी मंझनपुर शिवांक सिंह, प्रभारी एएचटीयू, प्रभारी एसजेपीयू, महिला सेल के अधिकारी एवं कर्मचारी, जनपद के समस्त थानों में नियुक्त बाल कल्याण पुलिस अधिकारी व सहायक अधिकारी, बाल कल्याण समिति (CWC) के अध्यक्ष एवं सदस्य, किशोर न्याय बोर्ड (JJB) के सदस्य, बाल संरक्षण अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, वन स्टॉप सेंटर तथा चाइल्ड लाइन के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।