“हमने नगर के हर व्यापारियों को संघ में जोड़ने का काम किया है”
किरंदुल: नगर में पिछले 56 वर्षों से व्यापारी संघ संचालित थी। परंतु कभी चुनाव के माध्यम से पदाधिकारियों का चयन नही किया गया था। पूर्व में नगर के वरिष्ठ व्यापारियों ने बखूबी इस संघ का संचालन किया। परंतु पिछले 12 वर्षों पूर्व संघ की बागडोर युवा पीढ़ी को सौपने के बाद संघ में निष्क्रियता आ गई थी। वर्षो पहले केवल मुख्य बाजार में ही दुकाने थी। समय के साथ नगर में जनसंख्या वृद्धि के साथ हर क्षेत्र में दुकानों का विस्तार हुआ और व्यापारियों की संख्या में लगातार वृद्धि होती गई। पर व्यापारी संघ द्वारा नए व्यापारियों को संघ में सदस्यता नही दी गई। न ही संघ के विस्तार की दिशा में कोई पहल की गई। व्यापारियों द्वारा लगातार संघ का चुनाव कराने का आग्रह किया जा रहा था, पर पूर्व संघ द्वारा ऐसा नही किया गया। चंद लोगो द्वारा ही पदाधिकारियों का चयन किया जाने लगा और चंद लोगो द्वारा ही संघ का हर निर्णय लिया जाने लगा। जिससे व्यापारियों में काफी नारजगी उत्पन्न होने लगी। ऐसी परिस्थिति में नगर के कुछ वरिष्ठ व्यापरियों ने नगर के हर क्षेत्र के व्यापारियों को एक सूत्र में बांधने का काम किया, और सभी के सहमति से किरंदुल के इतिहास में पहली बार व्यापारी संघ का निष्पक्ष चुनाव कराकर व्यपारियों को एक ईमानदार व सशक्त नेतृत्व प्रदान किया। जिसका रजिस्ट्रेशन “किरंदुल चैंबर ऑफ कॉमर्स” के नाम से किया गया हैं। अब सभी व्यापारी गर्व से कह सकते है कि हम एक बहुत बड़े रजिस्टर्ड संस्था के सदस्य हैं। आपकी सहमती व सहयोग से आपके द्वारा चुने हुए पदाधिकारीगण निश्चित रूप से व्यापारी हित बेहतर कार्य कर आपके भरोसे के कसौटी में खरा उतरेंगे ।
“हमने नगर के हर व्यापारियों को संघ में जोड़ने का काम किया है”
किरंदुल: नगर में पिछले 56 वर्षों से व्यापारी संघ संचालित थी। परंतु कभी चुनाव के माध्यम से पदाधिकारियों का चयन नही किया गया था। पूर्व में नगर के वरिष्ठ व्यापारियों ने बखूबी इस संघ का संचालन किया। परंतु पिछले 12 वर्षों पूर्व संघ की बागडोर युवा पीढ़ी को सौपने के बाद संघ में निष्क्रियता आ गई थी। वर्षो पहले केवल मुख्य बाजार में ही दुकाने थी। समय के साथ नगर में जनसंख्या वृद्धि के साथ हर क्षेत्र में दुकानों का विस्तार हुआ और व्यापारियों की संख्या में लगातार वृद्धि होती गई। पर व्यापारी संघ द्वारा नए व्यापारियों को संघ में सदस्यता नही दी गई। न ही संघ के विस्तार की दिशा में कोई पहल की गई। व्यापारियों द्वारा लगातार संघ का चुनाव कराने का आग्रह किया जा रहा था, पर पूर्व संघ द्वारा ऐसा नही किया गया। चंद लोगो द्वारा ही पदाधिकारियों का चयन किया जाने लगा और चंद लोगो द्वारा ही संघ का हर निर्णय लिया जाने लगा। जिससे व्यापारियों में काफी नारजगी उत्पन्न होने लगी। ऐसी परिस्थिति में नगर के कुछ वरिष्ठ व्यापरियों ने नगर के हर क्षेत्र के व्यापारियों को एक सूत्र में बांधने का काम किया, और सभी के सहमति से किरंदुल के इतिहास में पहली बार व्यापारी संघ का निष्पक्ष चुनाव कराकर व्यपारियों को एक ईमानदार व सशक्त नेतृत्व प्रदान किया। जिसका रजिस्ट्रेशन “किरंदुल चैंबर ऑफ कॉमर्स” के नाम से किया गया हैं। अब सभी व्यापारी गर्व से कह सकते है कि हम एक बहुत बड़े रजिस्टर्ड संस्था के सदस्य हैं। आपकी सहमती व सहयोग से आपके द्वारा चुने हुए पदाधिकारीगण निश्चित रूप से व्यापारी हित बेहतर कार्य कर आपके भरोसे के कसौटी में खरा उतरेंगे ।