घोड़ाडोंगरी / शासकीय महाविद्यालय घोड़ाडोंगरी में महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ साहेबराव झरबड़े, के मार्गदर्शन में महाविद्यालय के मीडिया सेल प्रभारी एवं वेबीनार के संयोजक प्रो हेमंत निरापुरे द्वारा आज “भारतीय ज्ञान परंपरा: विविध विमर्श ” विषय पर एक दिवसीय,वर्चुअल राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में डॉ विनोद कुमार दुबे विभाग अध्यक्ष वनस्पति शास्त्र, डीएवी कालेज,कानपुर उत्तर प्रदेश, डॉ अमित सातनकर सहायक अध्यापक एवं विभाग अध्यक्ष इतिहास, एसएनएस कॉलेज मोतिहारी मुजफ्फरपुर बिहार , तथा विशिष्ट वक्ता के रूप में डॉ चंद्रकांत बंशीधर भांगे प्राध्यापक एवं विभाग अध्यक्ष मिलिट्री साइंस विभाग श्री शिवाजी कॉलेज परभणी महाराष्ट्र एवं डॉ शारदा घोघरे विभाग अध्यक्ष मनोविज्ञान किरोड़ीमल शासकीय आर्ट एंड साइंस कॉलेज रायगढ़ छत्तीसगढ़ से ऑनलाइन मौजूद रहे, नेशनल वेबीनार को जुड़कर सफल बनाने हेतु मुख्य वक्ताओं, विशिष्ट वक्ताओं के अतिरिक्त देश के विभिन्न प्रदेशों के विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय से प्राध्यापक, सह प्राध्यापक, रिसर्च स्कॉलर्स ,पेपर प्रस्तुतकर्ता, महाविद्यालय के छात्र एवं स्टॉफ सहित 425 से अधिक लोगों ने पंजीयन कराया, और 100 से अधिक लोग ऑनलाइन मोड में जुड़े रहे, 300 से अधिक लोगों के द्वारा फीडबैक फॉर्म भर गया, डॉ प्रतिभा चौरे सहायक प्राध्यापक पीएमश्री महाविद्यालय खंडवा, डॉ संतोष बोरबन सह प्रा पी डी कॉलेज आठनेर, सहित अन्य द्वारा लघु शोधपत्र का वाचन किया गया , मुख्य वक्ता डॉ विनोद कुमार दुबे द्वारा भारतीय ज्ञान परंपरा पर प्रकाश डालते हुई बताया कि आज के विज्ञान के मूल में भारतीय ज्ञान परंपरा का दर्शन हैं , डॉ अमित सातनकर द्वारा भारतीय ज्ञान परंपरा के ऐतिहासिक परिपेक्ष पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सफल जीवन के लिए मूल्य और सूत्र प्रासंगिक लगते हैं वह हमारे हमें वैदिक साहित्य ग्रंथ मैं पहले से ही विद्यमान हैं, डॉक्टर चंद्रकांत बंशीधर भांगे द्वारा सांस्कृतिक मूल्य और डॉक्टर शारदा घोघरे द्वारा भारतीय ज्ञान परंपरा की आध्यात्मिक और मनोवैज्ञानिक पक्ष पर अपने विचार प्रस्तुत किए , इसके पहले कार्यक्रम शुरुआत प्राचार्य ,संयोजक सहित समस्त स्टाफ द्वारा माता सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वल एवं पूजन अर्चन, सरस्वती वंदना के साथ की गई इसके, पश्चात महाविद्यालय के जन भागीदारी अध्यक्ष श्री दीपक जैन, अग्रणी महाविद्यालय की प्राचार्य एवं मुख्य संरक्षक डॉ मीनाक्षी चौबे, डॉ ओजस्विनी जोहरी ,से नि प्राध्यापक शासकीय कन्या महाविद्यालय विदिशा,शासकीय महाविद्यालय आमला के प्राचार्य डॉ गुलाबराव डोंगरे, द्वारा शुभकामना संदेश प्रेषित किए गए , पश्चात महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ साहेबराव झरबड़े, द्वारा वेलकम स्पीच के माध्यम से मुख्य वक्ताओं, विशिष्ट वक्ताओं के अतिरिक्त देश के विभिन्न प्रदेशों के विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय से प्राध्यापक, सह प्राध्यापक, रिसर्च स्कॉलर्स ,पेपर प्रस्तुतकर्ता का स्वागत एवं अभिवादन किया गया , इसके अतिरिक्त शासकीय महाविद्यालय बगडोना सारनी के प्राचार्य प्रो प्रदीप , महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डॉ देवी सिंह सिसोदिया सहित अन्य विद्वतजनों द्वारा इस वेबीनार में जुड़कर शुभकामना संदेश देकर विषय पर अपने विचार रखे ,कार्यक्रम के अंत मे प्रो हेमंत निरापुरे संयोजक एवं कार्यक्रम प्रभारी द्वारा मुख्य वक्ताओं, विशिष्ट वक्ताओं के अतिरिक्त देश के विभिन्न प्रदेशों के विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय से प्राध्यापक, सह प्राध्यापक, रिसर्च स्कॉलर्स ,पेपर प्रस्तुतकर्ता और समस्त महाविद्यालय स्टाफ का इस कार्यक्रम से जुड़कर सफल बनाने हेतु आभार प्रदर्शन एवं धन्यवाद ज्ञापित किया ,कार्यक्रम के संचालन में कार्यक्रम के सह संयोजक डॉ अजय चौबे एवं तकनीकी सहयोग श्री मोहित भोपते,श्री वीरेंद्र चौरे द्वारा विशेष सहयोग प्रदान किया गया इसके साथ ही समस्त महाविद्यालय स्टाफ एवम छात्रों द्वारा शत प्रतिशत उपस्थिति के साथ द्वारा सक्रिय सहभागिता एवं सहयोग प्रदान किया,जिसके लिए कार्यक्रम प्रभारी द्वारा पुनः धन्यवाद के व्यक्त किया l