सड़क पर लूट की खुली छूट: दुबे के ‘सफेद बकुला’ कर रहे अवैध वसूली, सिस्टम बना मूक दर्शक
चालानी कार्रवाई की आड़ में खुलेआम जारी है उगाही का खेल
सड़क पर लूट की खुली छूट: दुबे के ‘सफेद बकुला’ कर रहे अवैध वसूली, सिस्टम बना मूक दर्शक
चालानी कार्रवाई की आड़ में खुलेआम जारी है उगाही का खेल
ज्ञानेंद्र पांडेय 7974034465
अनूपपुर।जिले में एक बार फिर यातायात चौकी पर अवैध वसूली और एंट्री की खुलेआम दुकान सज चुकी है। चालानी कार्रवाई के नाम पर सड़क पर खड़े तथाकथित सफेद बकुला अब कानून के रक्षक कम और लूट के सरगना ज्यादा नजर आ रहे हैं। इन पर पहले भी आरोप लग चुके हैं, लेकिन कार्रवाई के नाम पर हमेशा चुप्पी ही देखने को मिली है।
यातायात चौकी के सामने से प्रतिदिन तेज रफ्तार और ओवरलोड कोयला वाहन गुजरते हैं, जो न सिर्फ शासन द्वारा बनाई गई सड़कों को बर्बाद कर रहे हैं बल्कि सुरक्षा नियमों की भी सरेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं। इसके बावजूद इन गाड़ियों को न कोई रोकता है और न ही कार्रवाई करता है। जबकि आम गरीब वाहन चालक को पकड़ कर जुर्माना वसूला जाता है। सवाल यह है कि कार्रवाई सिर्फ कमजोरों पर क्यों?
‘लाल डायरी’ के काले राज – नए नवेले बकुलों को सौंपा गया हिसाब
सूत्रों की मानें तो इस पूरे नेटवर्क का हिसाब-किताब अब ‘लाल डायरी’ में दर्ज किया जा रहा है, जिसे अब कुछ नए चेहरों, खासकर नवोदित बकुलों को सौंपा गया है। पुराने खेल में माहिर लोगों की पहचान से बचने के लिए अब नए चेहरे लाए गए हैं ताकि भ्रष्टाचार की कहानी को नया चेहरा दिया जा सके। खर्च से लेकर वसूली तक हर लेन-देन का हिसाब डायरी में लिखा जा रहा है, जो अंत में बड़े साहब तक पहुंचाया जाएगा।
प्रशासन की चुप्पी, सिस्टम की नाकामी
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि यातायात चौकी के सामने से गुजरने वाले ओवरलोड वाहन किसी को नहीं दिखते, लेकिन बिना हेलमेट, बीमा या किसी छोटे उल्लंघन पर आम आदमी को तुरंत रोका जाता है। इससे साफ जाहिर होता है कि कार्रवाई की दिशा तय होती है ‘जेब की गर्मी’ से, न कि नियमों से।
अब सवाल उठता है क्या इस अवैध वसूली पर लगेगी लगाम?
क्या प्रशासन इन ‘सफेद बकुलों’ पर कार्रवाई करेगा या फिर यह लूट का खेल यूं ही जारी रहेगा? जवाब का इंतजार आम जनता को है, जो हर दिन इस अन्याय को झेल रही है।