कोतमा पुलिस की दोहरी कार्यवाही: पशु तस्करों पर कसा शिकंजा, गुम हुए मोबाइल भी किए दस्तयाब – थाना प्रभारी रत्नाम्बर शुक्ल के नेतृत्व में शानदार कार्रवाई
अनूपपुर
जिला अनूपपुर के कोतमा थाना क्षेत्र में पुलिस ने अपराध पर प्रभावी नियंत्रण एवं जनसेवा के दो उत्कृष्ट उदाहरण पेश किए हैं।पुलिसअधीक्षक
उर-रहमान के कुशल मार्गदर्शन और सतत निगरानी में थाना प्रभारी कोतमा निरीक्षक रत्नाम्बर शुक्ल के नेतृत्व में पुलिस टीम ने एक ओर जहां निर्दयता से हो रही पशु तस्करी पर त्वरित कार्यवाही करते हुए 18 मवेशियों को मुक्त कराया, वहीं दूसरी ओर गुम हुए 11 मोबाइल फोन भी उनके असली मालिकों को सौंपे, जिससे आम नागरिकों में पुलिस के प्रति विश्वास और अधिक मजबूत हुआ है।
पशु तस्करी पर बड़ी कार्रवाई – दो आरोपी गिरफ्तार, 18 मवेशी मुक्त
दिनांक 4-5 अगस्त 2025 की रात्रि को थाना प्रभारी कोतमा निरी. रत्नाम्बर शुक्ल को सूचना प्राप्त हुई कि सेमरिहा चौराहा के पास कुछ लोग निर्दयता पूर्वक 17-18 भैंसों को पीटते हुए केशवाही की ओर ले जा रहे हैं। इस सूचना पर त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए पुलिस टीम गठित की गई तथा ग्रामीणों के सहयोग से घेराबंदी की गई।
आरोपी स्वामीदीन अगरिया, निवासी ग्राम लोहासुर, को मौके से पकड़ा गया। पूछताछ में उसने खुलासा किया कि दादू मुसलमान उर्फ अजमत अली, निवासी मौहार टोला, केशवाही, द्वारा मवेशियों को खरीदकर छोटू महरा, शनि महरा एवं रामशरण कंजर की मदद से तस्करी की जा रही थी। पुलिस ने तत्परता से कार्यवाही करते हुए दादू मुसलमान को भी गिरफ्तार कर लिया, जबकि अन्य आरोपी अंधेरे का लाभ उठाकर फरार हो गए।
इस अभियान में लगभग ₹9 लाख मूल्य के 18 मवेशी तस्करों से मुक्त कराए गए। आरोपियों के विरुद्ध पशु क्रूरता निवारण अधिनियम एवं म.प्र. कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम की धाराओं के अंतर्गत मामला पंजीबद्ध कर विवेचना की जा रही है।
इस कार्यवाही में थाना प्रभारी रत्नाम्बर शुक्ल के साथ सउनि गोविन्द प्रजापति, प्रधान आरक्षक दिनेश राठौर, भानुप्रताप सिंह एवं आरक्षक अभय त्रिपाठी की उल्लेखनीय भूमिका रही।
गुम हुए मोबाइल बरामद – 11 मोबाइल मालिकों को सौंपे गए
जनहित में दूसरी महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए कोतमा थाना द्वारा गुम हुए मोबाइल फोन दस्तयाब करने की पहल की गई। श्रीमान पुलिस अधीक्षक श्री मोती-उर-रहमान के निर्देशन तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और एसडीओपी कोतमा के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी निरीक्षक रत्नाम्बर शुक्ल द्वारा एक टीम गठित की गई, जिसने साइबर सेल अनूपपुर के सहयोग से 11 मोबाइल फोन बरामद किए।
दिनांक 05/08/2025 को सभी मोबाइल उनके वास्तविक मालिकों को सुपुर्द किए गए। मोबाइल प्राप्त कर आवेदकों ने कोतमा पुलिस का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पुलिस की तत्परता और ईमानदारी सराहनीय है।
इस अभियान में थाना प्रभारी के साथ प्रधान आरक्षक कपिल, आरक्षक राकेश सिंह, जितेन्द्र मंडलोई, मनोज उपाध्याय एवं साइबर सेल से आरक्षक पंकज मिश्रा ने उत्कृष्ट योगदान दिया।
पुलिस अधीक्षक एवं थाना प्रभारी को मिली सराहना
इन दोनों सफल अभियानों के माध्यम से अनूपपुर पुलिस ने यह सिद्ध किया है कि यदि नेतृत्व संकल्पित हो तो अपराध पर प्रभावी नियंत्रण और जनता की सेवा दोनों एक साथ संभव हैं।
थाना प्रभारी निरीक्षक रत्नाम्बर शुक्ल की कुशल रणनीति, तत्परता एवं टीम भावना ने यह साबित किया कि पुलिस केवल कानून व्यवस्था की रखवाली ही नहीं करती, बल्कि आम नागरिकों की सुरक्षा और सेवा में भी तत्पर रहती है।
पुलिस अधीक्षक
मोती-उर-रहमान द्वारा दिए गए स्पष्ट निर्देशों और जनहितकारी सोच ने जिले की पुलिसिंग को नई दिशा दी है।