जिलाधिकारी ने सभी राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालयों में सोशल सेक्टर से जुड़े अधिकारियों को लगातार निगरानी रखने के दिए निर्देश
News By- हिमांशु उपाध्याय
हॉस्टल की सुविधाओं एवं पढाई की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश
कौशाम्बी: जिलाधिकारी श्री मधुसूदन हुल्गी की अध्यक्षता में एन0आई0सी0 कार्यालय कक्ष में सोशल सेक्ट्रर की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालयों में सभी अधिकारियों को निरीक्षण करने के निर्देश दिए और कहा कि वहॉ पर हॉस्टल की सुविधाओं एवं पढाई की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाय। उन्होंने कहा कि राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालयों के अन्तर्गत कार्यरत सभी प्रकार की शिक्षकों को मेंटर द्वारा प्रशिक्षित किया जाय, जिससें शिक्षकों के शैक्षणिक दक्षता में वृद्धि एवं आधुनिक तकनीक शिक्षा पद्धतियों के ज्ञान में अभि वृद्धि हो सकें। उन्होंने कहा कि इन विद्यालयों में इन्फ्रास्ट्रक्चर में जो भी कमियॉ हो गर्मी की छुट्टी में ही सही करा लें एवं विशेष रूप से शौचालयों पर विशेष घ्यान दें। विद्यालयों में कितने नये बच्चों का एडमिशन हुआ है, उसकी जानकारी अवश्य उपलब्ध करायें। इन विद्यालयों में बच्चे कम्प्यूटर का प्रयोग अवश्य करें, इसका ध्यान रखा जाय। बच्चों को नीट एवं जेई की तैयारी करायें। विद्यालयों में जो भी अधिकारी निरीक्षण करें, तो वे बच्चों को दिये जा रहें खाने की गुणवत्ता को अवश्य चेक करें। उन्होंने कहा कि आश्रम पद्धति विद्यालयों में पैरेंट्स टीचर मीटिंग जरूर हो, साथ ही इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाय। अभिवावकों को अच्छे से जानकारी दें, कि विद्यालयों में पढाई का स्तर क्या है, आपका बच्चा पढाई में कैसा है, इसकी जानकारी दें। साथ ही वहॉ मिल रही सुविधाओं की भी जानकारी दें। सोशल सेक्टर से जुडे़ अधिकारी भी पैरेन्ट्स मीटिंग में उपस्थित रहें। उन्होंने कहा कि गर्मी की छुट्टी होने से पहले विद्यालयों में खेल-कूद प्रतियोगिता जैसे-बॉलीबाल, फुटबाल, बैटमिल्ट्न एवं शतरंज आदि का आयोजन कराया जाय। उन्होंने सोशल सेक्टर से जुड़े हुए अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि एक कम्बाइण्ड रजिस्टर बनाकर अपने कार्यालय में अवश्य रखें, उसमें महिलाओं से सम्बन्धित आने वाली समस्याओं को दर्ज करायें।
बैठक में मुंख्य विकास अधिकारी श्री अजीत कुमार श्रीवास्वत, जिला समाज कल्याण अधिकारी श्री दिलीप कुमार, पिछडा वर्ग कल्याण अधिकारी, दिव्यांगजन अधिकारी, अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी एवं जिला प्रोबेशन अधिकारी उपस्थित रहें।