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जिले की लाइफ लाइन बेतवा नदी पर संकट-अवैध खनन से चैत्र महीने में ही सूख गई बेतवा नदी

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जिले की लाइफ लाइन बेतवा नदी पर संकट-अवैध खनन से चैत्र महीने में ही सूख गई बेतवा नदी

 

गर्मियों में कभी नाव चलती थी अब पैदल बैलगाड़ी पार कर सकते हैं बेतवा

 

*दैनिक प्राईम संदेश जिला ब्यूरो चीफ राजू बैरागी जिला *रायसेन*

 

रायसेन जिले में चैत्र महीने में यहां की ऐतिहासिक बेतवा नदी के सूखने से तटवर्ती इलाकों में हलचल मच गई है। बेतवा नदी में लगी लिफ्ट केनाल का संचालन भी पानी न होने के कारण पूरी तरह से ठप हो गया है जबकि तापमान के लगातार बढऩे से अन्य स्थानीय नदियां कौड़ी रीछन घोड़ापछाड कचनारिया भी सूखने के मुहाने पर है। कभी गर्मी के दिनों में पानी से लबालब भरी रहने वाली बेतवा नदी के कहीं पन्द्रह तो कहीं बीस किमी के दायरे में जगह-जगह गड्ढों नाले में तब्दील होने से आम लोग भी चिंतित है।

हालात बदलने की उमीद : घाटों पर जमा सिल्ट बेतवा नदी में मिल रहा सीवेज का पानी,अतिक्रमण में गुम हो रही बेतवा नदी

जिला प्रशासन द्वारा जिले में चलाए जा रहे जल गंगा संवर्धन अभियान से संवरने की उम्मीद जागीहै।जबकि पिछले साल भी चला था अभियान बेतवा नदी की नहीं बदली सूरत

 

 

जिले की जीवन दायिनी नर्मदा की सहायक बेतवा नदी को संवारने के पहले जो प्रयास हुए वे नाकाफी साबित हुए। नदी अतिक्रमण और गंदगी से घिरी है। घाट तक लोगों ने पक्के निर्माण कर लिए हैं। घरों के सीवेज का पानी भी सीधे नदी में आ रहा है। हाल ही में जिला प्रशासन द्वारा जलगंगा अभियान शुरू किया जा रहा है। जिससे बेतवा नदी को संवारने की उम्मीद जागी है। अभियान के तहत जिला स्तर पर पहली बार बेतवा नदी के विकास की योजना बनाई जा रही है।

नदी में कई जगहों पर सिल्ट की भरमार है।

बेतवा नदी की स्थिति वर्तमान में बेहद गंभीर है।कुछ स्थानों के घाटों पर गंदगी का आलम है तो नदी में सिल्ट की भरमार है। नदी का प्रवाह भी जगह-जगह अवरूद्ध है।

नदी किनारे पर पक्के निर्माण

बेतवा नदी किनारे घाटों पर भी कई तरह के अतिक्रमण हैं। रपटा पुल वाले रास्ते पर भी अतिक्रमण होने हो गया है। रात के समय यहां घाट के पास नशाखोरी की घटनाएं बढ़ रही है।

इनका कहना है

जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत जिले की लाइफ लाइन नदी बेतवा के उदगम स्थल झिरी को चिह्नित किया गया है। योजना बनाकर नदी के जल संवंर्धन पर काम किया जाएगा। इसके अलावा प्राकृतिक जलस्त्रोतों के संवर्धन के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।तालाबों डैमों टूटी पार की मरम्मत कराई जाएगी।

अंजू पवन भदौरिया सीईओ जिला पंचायत रायसेन

 

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