News By- नितिन केसरवानी
शिकायत पर भाई का चलान, मामला थाना पश्चिम शरीरा का
कौशाम्बी… दलित बालिका से वर्ग विशेष के लोगों ने दलित बेटी के साथ दुष्कर्म किया। मामला जब इलाकाई पुलिस के पास पहुंचा तो उसने आरोपियों के ऊपर कार्रवाई के जगह पांच हज़ार रुपए में बेटी के आबरू का सौदा करने के लिए मां पर दबाव डाला। जब मां ने इनकार किया तो पीड़िता के भाई का ही पुलिस ने चालान कर दिया। बुधवार को जिला मुख्यालय पहुंची पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक बृजेश श्रीवास्तव से मामले में शिकायत किया तो मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने कार्यवाही के आदेश दे दिए हैं। अपने शिकायती पत्र में पश्चिम शरीरा थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली महिला ने आरोप लगाते हुए बताया कि दिनांक 8 मार्च 2025 दिन शनिवार शाम लगभग 6 से 7 बजे के बीच गांव के ही रहने वाले अजीम और मिजान मेरे घर में घुस आए और मेरी नाबालिक पुत्री निशा के साथ छेड़खानी करते हुए अश्लील शब्दों का प्रयोग करने लगे।
इस दौरान उन्होंने मेरी बेटी के नाजुक अंगों में उंगली डाल दिया। जिससे उसकी नाजुक अंगों में चोट लगी और वह चीख कर अपने घर के लोगों से बुलाने लगी। चीख पुकार सुनकर जब वह वहां पहुंची थी यह दोनों उसकी बेटी के साथ गलत काम करने का प्रयास कर रहे थे। मेरे विरोध करने पर इन्होंने मुझे व बेटी को मारपीट कर वहां से भाग गए। इसकी शिकायत मैंने अपने बेटे से किया तो मेरा बेटा अजय और जेठ उनके घर शिकायत करने गए। जब यह लोग फैजान के बिल्डिंग की दुकान पर पहुंचे और इन लोगों करतूत बताई तो यह उल्टा मेरे बेटे और जेठ के साथ ही झगड़ा करने लगे। फैजान ने आवाज देकर बुलाया तो वहां पर अजीम, मुग्गन, मिजान, पप्पू डफ़ली का भांजा और उनके घर की तीन औरतें भी मौके पर आ गई। इन लोगों ने मेरे बेटे व जेठ को मारने पीटने लगे और गाली देते हुए कहा कि साले पासी अब यहां से भाग जाओ नहीं तो जान से मार डालेंगे। तुम्हारी औकात हो गई कि तुम हमारे घर में चढ़कर शिकायत करने आए हो।
पीड़िता ने बताया कि उसने लिखित तहरीर थाना पुलिस को दिया था लेकिन पुलिस ने पहले तो उसे पर दबाव डाला कि वह ₹5000 लेकर पूरे मामले पर सुला कर दे जब वह नहीं मानी तो उसके बेटे को ही रात भर खाने में रखने के बाद देर शाम उसका चालान कर दिया गया। पिता ने बताया कि अब उसके परिवार के ऊपर कभी भी जानलेवा हमला हो सकता है थाना अध्यक्ष पर आरोप लगाते हुए गरीब लोगों ने बताया कि थाना अध्यक्ष आरोपियों के पक्ष में खड़े होकर लड़ाई लड़ते हुए दिख रहे हैं। क्षेत्र के संवेदनशील गांव में इस तरह के मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने मामले में तत्काल कार्रवाई के आदेश दे दिए हैं।