News By- हिमांशु उपाध्याय
जिलाधिकारी श्री मधुसूदन हुल्गी की अध्यक्षता में उदयन सभागार में नीति आयोग के आंकाक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के अन्तर्गत विकास खण्ड-कौशाम्बी एवं मंझनपुर के समस्त ग्राम प्रधानों के साथ विकास खण्ड स्तर पर संचालित विकासोन्मुख कार्यक्रम के सम्बन्ध में उन्मुखीकरण के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला में जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी किशोरी बालिका में रक्त अल्पता न हो, गर्भवती महिलाओं को नियमित रूप से VHSND सत्र में ए0एन0सी0 चेकअप तथा आवश्यक दवाईयों का वितरण, नवजात शिशु को सभी आवश्यक टीकाकरण, बच्चों/गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को निर्धारित मात्रा में पोषाहार का नियमित वितरण/अति कुपोषित/कुपोषित बच्चों की निगरानी, सभी बच्चें स्कूल जाये और उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त हो, अधिक से अधिक बच्चे शिक्षा में निपुण हो, गरीब परिवार की महिलायें स्वयं सहायता समूह से जुड़कर अपनी आजीविका संवर्धन करे एवं वित्तीय साक्षर होकर सुरक्षा बीमा योजनाओं/अटल पेंशन योजना सहित आदि योजनाओं से लोग लाभान्वित हो रहें या नहीं, इस सम्बन्ध में ग्राम प्रधान एवं अधिकारीगण फील्ड भ्रमण कर जानकारी प्राप्त करें। यदि ग्रामीण सरकार द्वारा संचालित योजनाओं से लाभान्वित नहीं हो रहें है, तो उनको ग्राम प्रधान एवं अधिकारीगण सभी पात्र योजनाओं से लाभान्वित करायें।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य जनपद के आकांक्षी विकास खण्डों-मंझनपुर एवं कौशाम्बी में भारत सरकार व राज्य सरकार द्वारा संचालित समस्त विकासोन्मुख कार्यक्रमों/योजनाओं के परिणाम परक क्रियान्वयन एवं सतत अनुश्रवण के लिए ग्राम प्रधानों के सहयोग को प्राप्त करना था। कार्यशाला में स्वास्थ्य, शिक्षा, बाल विकास एवं पुष्टाहार, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन एवं बैंकिंग के मुख्य बिन्दुओं पर चर्चा की गयी। जहां विभागीय अधिकारियों कर्मचारियों की जिम्मेदारी है, वही ग्राम पंचायत का मुखिया होने के नाते ग्रामप्रधान की भी नैतिक जिम्मेदारी है। समस्त विभागीय अवस्थापना सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के साथ-साथ ग्राम स्तर पर कार्यरत् कार्मिकों के व्यवहार परिवर्तन के माध्यम से विकासोन्मुख कार्यक्रमों योजनाओं की समस्त सुविधा और लाभ गांव के समस्त पात्र परिवारों को पहुंचे, यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी भी ग्राम प्रधान की ह,ै वह नैतिक रूप से अपने ग्रामवासियों के कल्याण के लिए संकल्पित व प्रतिबद्ध है। कार्यशाला में बताया गया कि व्यापक प्रचार-प्रसार एवं जनसामान्य/समुदाय को जागरुक करने के उद्देष्य से ’’विकसित कौशाम्बी अभियान’’ के तहत ग्राम पंचायतवार ग्राम स्तरीय ‘‘बृहद कैम्पों’’ के आयोजन के लिए रोस्टर निर्धारित किया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि ग्राम प्रधान अपने ग्राम पंचायत का प्रथम व्यक्ति होता है, अभी तक जितने भी कार्यो ंको पूर्ण करने के लिए ग्राम प्रधानों के सहयोग की अपेक्षा की गयी सभी कार्यां और लक्ष्यों को पूर्ण करने में शत-प्रतिशत प्रगति प्राप्त हुई है। इसी प्रकार सभी ग्राम प्रधानों से अपेक्षा है कि नीति आयोग द्वारा चिह्नित के0पी0आई0 पर भी पूर्ण सहयोग प्रदान करें, जिससे विकसित कौशाम्बी अभियान को सफलतापूर्वक प्राप्त किया जा सकें।
कार्यशाला में मुख्य विकास अधिकारी श्री अजीत कुमार श्रीवास्तव, जिला विकास अधिकारी श्री सुखराज बन्धु, उपायुक्त श्रम रोजगार, परियोजना निदेशक, उप कृषि निदेशक, जिला पंचायतराज अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, सीएम फैलो सौम्या अवस्थी एवं राजेश कुमार आदि उपस्थित रहें।