News By- नितिन केसरवानी
कौशाम्बी. : जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी द्वारा वृहस्पतिवार को जनपद के विभिन्न उपनिबन्धक कार्यालयों में पंजीकृत होने वाले विकय विलेखों में सबसे बडे़ मूल्य के विक्रय विलेख में से 03 विक्रय विलेखों का सत्यापन किया गया। जिसमें से विलेख संख्या-7994/2024 पंजीकृत दिनांक 27.12.2024 विक्रीत गाटा संख्या-282. 283, 284, 285, 287 व 289 में से विक्रीत रक्बा 0.425हे0 कृषि स्थित सम्पत्ति मौजा-कुतुबआलमपुर (अर्द्धनगरीय) परगना करारी तहसील मंझनपुर और विलेख संख्या-7565/2024 पंजीकृत दिनांक 06.12.2024 विक्रीत गाटा सख्या-248 मि० में से विक्रीत रक्बा 0.0343हे0 अकृषिक स्थित सम्पत्ति मौजा-पाता (नगरीय) परगना करारी तहसील मंझनपुर जनपद कौशाम्बी में वर्णित सम्पत्ति का स्थलीय निरीक्षण सहायक महानिरीक्षक निबन्धन एवं उप जिलाधिकारी मंझनपुर आकाश सिंह के साथ किया गया। जिसमें सर्किल दर सूची के अनुसार विभागीय अधिकारियों से गणना कराने पर विलेखों में प्रथम दृष्टया राजस्व में कोई कमी नहीं पायी गयी।
डीएम ने निस्तारित शिकायत का स्वयं मौका मुआयना किया,निस्तारण सही पाया गया
सम्पूर्ण समाधान दिवस में प्राप्त सन्दर्भ सं०-30088624000661 शिकायतकर्ता विजय कुमार निवासी गाम-ऐदिलपुर परगना करारी तहसील मंझनपुर द्वारा पट्टे की भूमि की पैमाइश कर कब्जा दिलाये जाने के संबंध में दिये गये शिकायती प्रार्थना पत्र की जॉच करायी गयी।
लेखपाल कोतारी पश्चिम की जॉच आख्यानुसार प्रकरण का स्थलीय एवं अभिलेखीय जांच कराये जाने पर पाया गया कि आ०सं० 95 रक्बा 0.0460 हे0 पर आवेदक विजय कुमार की माता सुन्दरिया देवी पत्नी रतऊ का नाम राजस्व अभिलेखों में बतौर असंक्रमणीय भूमिधर दर्ज है, दिनांक 07.12.2024 को शिकायतकर्ता की उपस्थिति में पट्टे की भूमि की पैमाइश एवं मेड बंधवाते हुये कब्जा दिला दिया गया है एवं शिकायतकर्ता संतुष्ट है।
जिसका सत्यापन जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी द्वारा मौके पर स्वयं जाकर किया गया, जिसका निस्तारण सही पाया गया।