*खालवा थाना प्रभारी ने कि पत्रकारों पर बिना जांच एफआईआर*
खंडवा।खालवा थाने का रविवार आदिवासी संगठन द्वारा घेराव किया गया और दो पत्रकारों के विरुद्ध जो कार्यवाही हुई है उसकी खोर निंदा कि और बताया कि खालवा में पदस्थ शिक्षकों के अटेचमेंट को लेकर विगत कुछ दिनों से चल रही खबरों को लेकर खालवा जनपद लेखापाल पद पर अटेचमेंट शिक्षक द्वारा पत्रकारों से मारपीट कर झूठा मुकदमा दर्ज कराया।
खालवा थाना प्रभारी कि शरण में भागे भागे पत्रकार राहुल नायक व मन्नू देवड़ा पहुंचे थाने पर भीड़ से आवाज आ रही थी मारो मारो यह सुनकर राहुल नायक थाने से दोड कर अपनी जान बचाकर थाना प्रभारी के रूप में घुस गया लेकिन थाना प्रभारी ने राहुल नायक व मन्नू देवड़ा कि एक नहीं सुनी और उल्टा उन्हें ही अपराधी बनाकर एक तरफा कार्यवाही कर दी।
खालवा थाने का नया कानून पत्रकारों को नहीं दी सुरक्षा और बिना सबूत साक्ष के राजनीतिक व संगठन के दबाव में पत्रकारों कि एक नहीं सुनी व कुछ ही घंटों में ताबड़तोड़ कार्यवाही कर दी।
खालवा थाने पर आएं दिन लड़ाई झगडे के केश बनते हैं लेकिन यह कौन सी प्रशासन कि मजबूरी रही के दो पत्रकारों पर खबरों को लेकर हुए विवाद को ताबड़तोड़ इतने बड़े स्तर पर कार्यवाही कि गई कि पत्रकारों कि तरफ़ से एफआईआर तक नहीं लिखी गई।