एनएमडीसी किरंदुल परियोजना में स्वच्छता पखवाड़ा का समापन समारोह
किरंदुल- एनएमडीसी लिमिटेड की महत्वपूर्ण परियोजना बीआईओएम कॉम्पलेक्स, किरंदुल के मुख्य महाप्रबंधक संजीव साही के निर्देशन एवं उप महाप्रबंधक (कार्मिक) बी.के. माधव के मार्गदर्शन में एनएमडीसी मुख्यालय हैदराबाद एवं इस्पात मंत्रालय से प्राप्त निर्देशानुसार किरंदुल परियोजना में स्वच्छ भारत अभियान के तहत दिनांक 14 सितंबर से 02 अक्तूबर,2024 तक स्वच्छता ही सेवा मनाया गया। इस बार स्वच्छता मिशन की थीम ‘‘ स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता‘’ थी। 14 सितंबर,2024 को मुख्य महाप्रबंधक संजीव साही ने प्रशासनिक भवन के प्रांगण में सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई और प्रांगण की सफाई की। पखवाड़ा के दौरान कर्मचारियों, स्कूली छात्र-छात्राओं लिए नारा लेखन, निबंध लेखन, क्विज, वेस्ट टू आर्ट, वृक्षारोपण, तालाब की सफाई, मार्केट एरिया क्लिनिंग, गांव में जाकर स्वच्छता जागरूकता शिविर, उत्तम स्वच्छ कॉलोनी, साईकिल दौड़, स्वच्छता दौड़ इत्यादि प्रतियोगिताएं आयोजित की गई । स्वच्छता पखवाड़ा के क्रम में प्रत्येक कर्मचारियों को प्लास्टिक डस्टबीन एवं जूट थैला का वितरण किया गया। दिनांक 02.10.2024 को स्वच्छता ही सेवा पखावाड़ा का समापन समारोह परियोजना विद्यालय में किया गया। कार्यकम के मुख्य अतिथि परियोजना प्रबंधन समिति के सदस्य एम.सुब्रमण्यन, महाप्रबंधक (विद्युत) एवं विशिष्ट अतिथि बी.के.माधव, उप महाप्रबंधक (कार्मिक), रामनाथ, उप महाप्रबंधक (सिविल), सुनील कुमार, उप महाप्रबंधक (टीएंडएस) तथा एसकेएमएस और एमएमडब्ल्यू यूनियन के प्रतिनिधि उपस्थित थे। मुख्य एवं विशिष्ट अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन किया तत्पश्चात उनका पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया। बी.के.माधव ने स्वागत भाषण प्रस्तुत करते हुए स्वच्छता पर अपने विचार रखे। वही मुख्य अतिथि ने भी संबोधन करते हुए स्वच्छता पर अपने विचार रखे और अपने आसपास के क्षेत्र, कार्यालयों, कॉलोनी एवं पार्कों को स्वच्छ रखने की अपील की। तत्पश्चात अतिथियों ने पखवाड़ा के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया साथ ही उत्तम स्वच्छ कॉलोनी को विशेष पुरस्कार प्रदान किया। कार्यक्रम का संचालन रोजी, सहा.प्रबंधक, (कार्मिक) ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन अभिजीत घोष, सहा.महाप्रबंधक (कार्मिक) ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में कार्मिक विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों का अहम योगदान रहा।