पटना के सामुदायिक भवन कचरे के देर में तब्दील बना नशेड़ियों का अड्डा
दैनिक प्राइम संदेश कोरिया छत्तीसगढ़ अजीमुदिन अंसारी
ग्राम पंचायत पटना बाजारपारा स्थित सामुदायिक भवन विगत कई वर्षों से खाली पड़ा है, ऐसा लगता है कि अब इसकी जरूरत प्रशासन को नहीं रही इससे पूर्व में हमने समाचार में प्रकाशन किया था जो यहां के मॉडल का भी हाल इसी तरह की थी फिलहाल मोटल को लीज पर देकर उपयोग में लाया गया है पर अभी भी सामुदायिक भवन बाजार पर के बारे में शासन प्रशासन का ध्यान नहीं जा रहा है इस वक्त सिर्फ कचरा फेंकने और नशेड़ियों को छुपकर नशा करने के काम आ रहा है वहां तरह-तरह के नशेड़ी पहुंचते हैं और बिंदास होकर नशा करते हैं क्योंकि नशेड़ियों के अलावा उसे कचरा और गंध में दूसरा कोई जाने को तैयार नहीं है आपको
बता दें की वर्ष 2005 में सामुदायिक भवन का निर्माण कराया गया था, जिसमे कुछ वर्ष तहसील कार्यालय का संचालन किया जा रहा था, उसके बाद से वर्तमान स्थिति तक ये भवन खाली पड़ा है, ये सिर्फ़ कचरा रखने के काम आ रहा है।
अब सवाल यह उठना है कि मेन मार्केट में लाखों की लागत से निर्मित भवन को उपयोग मे आखिर क्यों नहीं लाया जा रहा है। रखरखाव के अभाव में उसके खिड़की दरवाजे भी खराब हो रहे हैं अगर आप जाकर देखें तो लैट्रिन रूम के कुछ दरवाजे चढ़ गए हैं और कुछ लोग चुरा कर ले गए और यही हाल रहा तो बाकी भी लोग ले जाएंगे पर इससे किसी को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है ज्ञात रहे की जब यह भवन वजूद में आया था तो शादी विवाह के वक्त में वैवाहिक कार्यक्रम के लिए₹25000 तक की राशि ली जाती थी तब भी लोग शौक से इसे किराए पर लेते थे इसकी एक खास वजह यह थी की बिंच मार्केट के अंदर है पर आज के डेट में भी शादी विवाह के अवसर पर बहुत जरूरत पड़ती रहती है और भवन शाहि दिशा में नहीं होने के कारण लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है इसलिए पटना की जनता ने शासन प्रशासन का ध्यान आकर्षण करते हुए इसे पुणह दुरुस्त करने की मांग किया है।