Breaking News in Primes

उपभोक्ताओं ने जताई आपत्ति अधिकारी बोले गर्मी में ज्यादा जलती है बिजली

0 107

उपभोक्ताओं ने जताई आपत्ति अधिकारी बोले गर्मी में ज्यादा जलती है बिजली

*दैनिक प्राईम संदेश जिला ब्यूरो चीफ राजू बैरागी जिला *रायसेन*

 

रायसेन।बिजली कंपनी के आला अफसरों की मनमानी उदासीनता की वजह से प्रचंड गर्मी में बिजली बिल करंट मार रहे हैं।जिससे बिजली उपभोक्ताओं को बिल अदा करने मेंउनकी जेबों पर आर्थिक भार पड़ रहा है।

बिजली की रीडिंग 30 से 36 दिन के बीच में लेना अनिवार्य है

200 और 300 यूनिट बिजली बिल फिक्स चार्ज जोड़कर।

200 यूनिट 1427 रुपए

300 यूनिट 2268 रुपए

सिर्फ 1 यूनिट बढ़ जाने से कितना फर्क पड़ता है

यूनिट खपत राशि प्रति यूनिट

50 4.27 रुपए

51 से 150 5.23 रुपए

151 से 300 6.61 रुपए

300 से ज्यादा 6.80 रुपए

क्या कहते हैं उपभोक्ता

बिजली के बिल का वितरण शुरू हुआ है। यहां पटेल नगर कॉलोनी में रहने वाले प्रभात विजयवर्गीय सुशांत धाकड़ ने बताया कि उन्हें इस महीने पिछले कई महीना की तुलना में दोगुना बिल आया है। वही गंजबाजार में रहने वाले राशिद जमाल का कहना है कि उनका बिल लगभग 3 गुना हो गया है। मार्केट में ही रहने वाले राजकुमार दुबे ने बताया कि उनका बिल भी दो से ढाई गुना आया है। इस तरह के कई उपभोक्ता हैं जिन्हें पिछले महीना की तुलना में जो बिल दिए गए हैं वह अधिक राशि के बिल है।

 

मप्र मध्य क्षेत्र बिजली कंपनी द्वारा मई माह की शुरुआत में ली जाने वाली रीडिंग को दो सप्ताह बाद लिया गया। ऐसे में कई उपभोक्ताओ का टैरिफ चार्ज बढ़ गया। ऐसे में सभी उपभोक्ताओं को जो बिजली के बिल आए हैं वह बीते माह की तुलना में दोगुने से लेकर 3 गुना तक हैं। यही कारण है कि देर से ली गई रीडिंग का विरोध हो रहा है। यह स्थिति सिर्फ रायसेन में नहीं बल्कि पूरे जिले में है।

रायसेन सिटी में हाल ही में बिजली के बिलों का वितरण शुरू हुआ। ऐसे में कई जगह से लोगों ने बड़े हुए बिल आने की शिकायत दर्ज की है। कंपनी के अधिकारियों को भी इस मामले में जानकारी दी गई। लेकिन उन्हें बिजली के बिल कम करने की जगह सुधार का आश्वासन मिला है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। ऐसा पहले भी हो चुका है। कंपनी ने इस बार बिजली के बिल की रीडिंग देर से लेने के पीछे पोर्टल में गड़बड़ी बताई है। लेकिन जिस तरह से अब बिल आ रहे हैं, उसमें उपभोक्ताओं की कोई गलती नहीं है। फिर भी हम बिल भरने विवश हैं।

Leave A Reply

Your email address will not be published.

Don`t copy text!