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नर्मदा नदी किनारे अवैध शराब का काला खेल : होटल गली- मोहल्लों में खुलेआम मिल रही शराब

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नर्मदा नदी किनारे अवैध शराब का काला खेल : होटल गली- मोहल्लों में खुलेआम मिल रही शराब

 

निर्वाचन आयोग के नियमों को ठेंगा दिखाते शराब माफिया को आबकारी विभाग का संरक्षण

 

क्या नर्मदा पट्टी खलघाट, मोरगाड़ी, टवलई में अवैध शराब बिकवा रहे जिम्मेदार अधिकारियों ?

 

विकास शर्मा / 7067761365

 

धार / धरमपुरी । मध्य प्रदेश की जीवनदायिनी नदी मां नर्मदा को जीवित इकाई का दर्जा दिया गया है, वही ज्ञात हो पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आदेश अनुसार नर्मदा पट्टी से 5 किलोमीटर के क्षेत्र में अवैध शराब की बिक्री व ठेके नहीं खोले जाने के बावजूद नदी किनारे शराब माफियाओ द्वारा पूरी नर्मदा पट्टी में खलघाट और अन्य जगह पर अवैध शराब बाकायदा पिकअप बोलेरो और एक काले कलर की स्कोर्पियो वाहन जो कि धरमपुरी में किसी जैसवाल की बताई जाती है जिसमें भरकर दुकान दुकान एवं गली मोहल्ले में सप्लाई की जाती है जिससे आज की युवा पीढ़ी नशे की लत में पड़कर बड़ी-बड़ी दुर्घटनाओं की शिकार होती है जिसमें कई घरों के चिराग तो किसी की मांग का सिंदूर उजड़े तो कई बच्चे अनाथ हो जाते हैं । लेकिन शराब माफिया के माथे पर शिकन तक नहीं आती । वह तो अपनी जेबें भरने में व्यस्त है वही जिम्मेदार अधिकारी भी अपनी आंखों के सामने चल रहे इस गोरख धंधे को देखने के बावजूद शायद माफियाओ द्वारा दी गई ऊपर की मलाई खाकर आनंद ले रहे हैं ऊपर से सरकार की तनख्वाह अलग जानकारी के लिए बता दे आपको कि बगैर जिम्मेदार अधिकारियों के संरक्षण एवं जिला अधिकारियों का संरक्षण कहा जाए तो कोई बड़ी बात नहीं होगी पूरे जिले में ठेकेदारों को इतनी परमिशन दे रखी है कि ठेकेदार के गुर्गे दुकान दुकान जाकर डायरियां बनाकर बाकायदा डायरी में एंट्री कर माल देते हैं । देखना यह है कि चुनाव आयोग इस शराब के अवैध गोरख धंधे को कैसे संज्ञान में लेकर बंद करवाने का कार्य करता है ?

 

एक और जहां निर्वाचन आयोग शासन प्रशासन के अधिकारियों को लेकर शांतिपूर्ण चुनाव करवाने हेतु रोज नए प्रशिक्षण चला रहा है वही धरमपुरी आबकारी विभाग कुंभकरण की नींद में सोया हुआ है । सूत्रों की माने तो धार जिला अवैध शराब का गढ़ है जहा से ट्रकों में भरकर अवैध शराब गुजरात भेजी जाती है, और यह जानकारी बड़े से बड़े अधिकारी कर्मचारी सभी को जिसके बाद भी जिला आबकारी अधिकारी या उड़नदस्ता प्रभारी किसी प्रकार की कठोर कार्यवाही आज तक शराब बनाने वाली कंपनी पर नही की गई है । जिसका पर्दाफाश प्राईम संदेश जल्द ही करेगा की कैसे अवैध शराब को गुजरात तक ठिकाने लगाया जाता है ।

 

अगले अंक में देखिए

 

धार जिलें में अवैध शराब की बिक्री पर कार्यवाही छोड़, महुआ लासून पर हो रही कार्यवाही

 

कैसे पूरा धार जिला प्रशासन देशी, विदेशी के ठेकेदार संरक्षण देते है ?

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