News By- हिमांशु उपाध्याय / नितिन केसरवानी
कौशाम्बी: जिले में खाद्य सुरक्षा को लेकर किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी—यही संदेश बुधवार को जिलाधिकारी डॉ. अमित पाल शर्मा ने अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित जिला स्तरीय खाद्य सुरक्षा सलाहकार समिति की बैठक में साफ शब्दों में दिया।
बैठक की शुरुआत होते ही जिलाधिकारी ने सहायक आयुक्त, खाद्य से मिलावटी खाद्य पदार्थों पर हुई कार्यवाही, लाइसेंस निलंबन एवं लंबित वादों की स्थिति की विस्तृत जानकारी ली।
उन्होंने निर्देशित किया कि दूध, घी, मिठाई और मसालों पर विशेष निगरानी रखी जाए और मिलावटखोरों के विरुद्ध लगातार कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा
“कार्यवाही पूरी तरह मेरिट के आधार पर होनी चाहिए। बेवजह किसी व्यापारी को परेशान न किया जाए, लेकिन मिलावट करने वालों को बिल्कुल नहीं छोड़ा जाएगा।”
त्योहारों के दौरान अपेक्षित छापेमारी न होने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई। रक्षाबंधन, नवरात्रि, जन्माष्टमी और स्वतंत्रता दिवस पर मिलावटी खाद्य पदार्थों के खिलाफ प्रभावी अभियान न चलने पर उन्होंने सहायक आयुक्त, खाद्य से स्पष्टीकरण तलब करने के निर्देश दिए।
पंजीकरण, निरीक्षण और साफ-सफाई पर कड़े आदेश
जिलाधिकारी ने जिला पूर्ति अधिकारी को शेष उचित दर दुकानों के पंजीकरण और जिला आबकारी अधिकारी को सभी शेष आबकारी दुकानों का पंजीकरण खाद्य विभाग में शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए।
औषधि निरीक्षक को बिना लाइसेंस संचालित मेडिकल स्टोर्स के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने के आदेश दिए।
मध्यान्ह भोजन व्यवस्था को लेकर भी जिलाधिकारी ने गंभीरता दिखाई। उन्होंने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से कहा कि रसोई घरों में सफाई, स्वच्छता और हाईजीन की व्यवस्था हर हाल में सुनिश्चित की जाए, क्योंकि बच्चों के स्वास्थ्य से कोई समझौता नहीं किया जा सकता!
बैठक में अपर जिलाधिकारी शालिनी प्रभाकर, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. संजय कुमार, सहायक आयुक्त खाद्य ममता चौधरी सहित सभी संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।