कौशाम्बी: आईपीओ और शेयर मार्केट में मुनाफा दिलाने का लालच देकर साइबर ठगी गिरोह का भंडाफोड़, भोपाल के 3 सक्रिय सदस्य किये गिरफ्तार
News By- नितिन केसरवानी
सात राज्यों में फैले सैकड़ों निवेशकों को निशाना बनाकर 2.56 करोड़ रुपये हड़पने वाले हाई-टेक नेटवर्क पर कौशम्बी पुलिस की बड़ी कार्रवाई
कौशाम्बी: जिले में रविवार को साइबर क्राइम थाना तथा जनपदीय साइबर सेल, पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार के निर्देशन में चलाए गए विशेष अभियान में शेयर-मार्केट और IPO में निवेश के नाम पर लोगों को ऑनलाइन लुभाकर बड़ी मात्रा में धन हड़पने वाले अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क के तीन सक्रिय सदस्य गिरफ्तार किए गए हैं। घटना का सफल अनावरण और गिरफ्तारी के बाद थाना प्रभारी व साइबर टीम ने पीड़ितों के खातों व डिजिटल सबूतों के आधार पर विस्तृत कार्यवाही कर ली है। पुलिस अधीक्षक द्वारा घटना के बारे में बताया गया कि आवेदक की शिकायत के अनुसार 01.09.2025 से 23.09.2025 के बीच शेयर-मार्केट में निवेश/IPO कराने के बहाने ऑनलाइन ट्रांसफर के माध्यम से लगभग ₹61,19,211 की धनराशि प्राप्त कर ली गई थी। तफ्तीश और तकनीकी जांच में यह सामने आया कि आरोपी विभिन्न राज्यों में स्थित कई व्यक्तियों/खातों से रकम ट्रांसफर कराते और फिर अथवा फर्जी कागजात व पहचान का उपयोग कर रकम निकाल लेते थे। प्रारम्भिक जांच में पता चला है कि अभियुक्तों द्वारा देश केविभिन्न प्रांतों में कुल मिलाकरलगभग ₹2 करोड़ 56 लाख की वित्तीय धोखाधड़ी की जा चुकी है।
*गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरण*
रणदीप मडावी पुत्र स्व० प्रवीण कुमार मडावी, निवासी हाउस नंबर FF-102, हरिनगर नीलगिरि टावर, थाना रातीबड़, जिला नीलबड/भोपाल (मध्यप्रदेश)।
धीरज मालवीय पुत्र चन्दर सिंह, निवासी ममता पैलेस कलेक्टेड रोड, थाना रातीबड़, जिला नीलबड/भोपाल (मध्यप्रदेश)।
शुभम पटेल उर्फ आदि पुत्र अशोक पटेल, निवासी S-2 राम होम्स, C-सेक्टर इंडस्ट्रियल, थाना पिपलानी, जिला भोपाल (मध्यप्रदेश)।
जप्त सामग्रियाँ व प्राथमिक तथ्य साइबर सेल की छापेमारी में मोबाइल फोन, लैपटॉप, कंप्यूटर, प्रिन्ट डिवाइस, सिम कार्ड, फिंगर-प्रिंट मशीन, फर्जी/नकली दस्तावेज, अनेक आधार/पैन कार्ड की प्रतियाँ और लगभग ₹20 लाख नकद जैसी आपत्तिजनक व डिजिटल सामग्री बरामद की गई है। बरामद सामग्री से अपराधी नेटवर्क की कार्यप्रणाली, फंड ट्रांसफर चैनल और कई पीड़ितों के साथ संवाद के डिजिटल प्रमाण मिले हैं, जिन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए सुरक्षित किया गया है। पुलिस की कार्यवाही व आगे की जांच साइबर क्राइम थाना तथा जनपदीय साइबर सेल ने आरोपियों के खिलाफ आवश्यक विधिक कार्रवाई प्रारम्भ कर दी है और उनके माध्यम से जुड़े और भी सहयोगियों व खातों का पता लगाने के लिए ट्रांजैक्शन
-ट्रेसिंग एवं आईटी फॉरेंसिक यूनिट के साथ समन्वय कर रही है। पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने टीम को घटना का शीघ्र अनावरण करने व आरोपियों को दंडित करने के लिए 15000 रुपए का नगद पुरस्कृत करने के साथ ही कहा कि कोई भी साइबर अपराध न तो सहन किया जाएगा और न ही बर्दाश्त किया जाएगा।
*पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार का संदेश*
पुलिस अधीक्षक ने नागरिकों से अपील करते हुए है कि सतर्क रहें,अनजान स्रोतों से निवेश के सुझाव, वॉलेट/UPI/बैंक-डिटेल साझा न करें, किसी भी संदिग्ध लेनदेन की तुरंत नजदीकी साइबर थाना या पुलिस को सूचित करें, और निवेश से पहले प्रमाणित वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें। साथ ही पीड़ितों के लिए NCRP पोर्टल पर दर्ज शिकायतों का ब्यौरा भी उपलब्ध कराया गया है ताकि अन्य प्रभावितों के लिंक मिलाकर मामले की जाँच और तेज की जा सके।
*न्यायिक प्रक्रिया जारी, संभावित और गिरफ्तारीयाें के संकेत*
पुलिस अधीक्षक ने बताया है कि बरामद दस्तावेजों एवं डिजिटल ट्रेल के आधार पर और भी आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त अनुश्रवण चल रहा है और आवश्यकता के अनुसार और गिरफ्तारीयां भी की जा सकती हैं। मामले की सख्त जांच तथा फर्जी आई-डी एवं खातों से जुड़ी पूरी तहकीकात की जा रही है, ताकि पीड़ितों को न्याय मिले और गिरोह के अन्य सदस्य न्याय के कटघरे में खड़े हों।
साइबर क्राइम थाना जनपद कौशाम्बी द्वारा शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेन्ट के नाम पर करोड़ों रुपयों की धोखाधडी करने वाले अंतर्राज्यीय गैंग के 03 सक्रिय सदस्य गिरफ्तार। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक कौशाम्बी श्री राजेश कुमार की वीडियो वाइट।