News By- हिमांशु उपाध्याय / नितिन केसरवानी
कौशाम्बी: जिलाधिकारी डॉ अमित पाल ने एक बार फिर यह साफ कर दिया है कि सरकारी योजनाओं में लापरवाही किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। भारत सरकार की महत्वाकांक्षी फार्मर रजिस्ट्री योजना के तहत एग्री स्टैक पोर्टल पर किसानों का पंजीकरण कार्य जनसेवा केंद्रों (CSC) के माध्यम से तेजी से कराया जाना था, लेकिन जनपद में यह प्रगति बेहद निराशाजनक पाई गई।👉🏿जिलाधिकारी डॉ अमित पाल के स्पष्ट निर्देशों के बाद भी जब कई जनसेवा केंद्र संचालक अभियान के दौरान सक्रिय नहीं दिखे और अपने-अपने ग्राम पंचायतों के किसानों का रजिस्ट्रेशन करवाने में लापरवाह साबित हुए, तब प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया।
लापरवाही की सूची लंबी — 15 CSC ऑपरेटरों पर गिरी गाज
लगातार निर्देशों और चेतावनियों के बावजूद इन संचालकों ने न तो अभियान में सहयोग किया और न ही अपने क्षेत्रों के किसानों का अपेक्षित पंजीकरण कराया। ऐसे में जिला प्रशासन ने इन 15 जनसेवा केंद्र संचालकों की CSC आईडी तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दी है
मनीष कुमार – बलीपुर टाटा
अनिल कुमार – फतेहपुर साहबपुर
प्रदीप कुमार – गरिया खालसा
वेद प्रकाश – कमालपुर
सतीश यादव – जलालपुर शाना
अमित पाण्डेय – टीकरडीह
नन्हें लाल – बम्हरौली
दिनेश कुमार – बम्हरौली
शिवम शर्मा – बालकमऊ
सनातन केसरवानी – भदावा
उमेश चन्द्र गुप्ता – अमीना
धीरज प्रकाश श्रीवास्तव – अठौली
संजीव – ढेढ़ावल
रमेश पाल – मवई
विकास सिंह – पूरब शरीरा
डीएम ने सख्त तेवर में कहा कि किसान हितों से जुड़े कार्यों में किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिले की प्रगति रोकने वालों पर आगे भी कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी। अभियान अभी भी जारी है, और डीएम द्वारा सभी अन्य CSC संचालकों को चेतावनी दी गई है कि वे निर्धारित लक्ष्य के साथ किसान पंजीकरण कार्य में तेजी लाएँ, अन्यथा इसी प्रकार सख्त कार्रवाई के लिए तैयार रहें।