News By- हिमांशु उपाध्याय / नितिन केसरवानी
कौशाम्बी: शासन द्वारा एग्रीस्टैक (डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर फॉर एग्रीकल्चर) के अन्तर्गत फार्मर रजिस्ट्री तैयार करने के सम्बन्ध में विशेष अभियान दिनॉक-24 अक्टूबर से 10 दिसम्बर, 2025 तक चलाये जाने के निर्देश प्राप्त हुए हैं।
उप कृषि निदेशक सतेन्द्र कुमार तिवारी ने बताया कि फार्मर रजिस्ट्री के अन्तर्गत जनपद के कृषक विवरण को एग्री स्टैक के अन्तर्गत तैयार कर डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर में संकलित किया जायेंगा। इसके लिए भारत सरकार द्वारा भूलेख के डेटाबेस को समेकित कर प्रत्येक राजस्व ग्राम के प्रत्येक समान नाम व पिता के नाम वाले कृषकों के ऑनलाइन बकेट तैयार कर राज्य को ऑनलाइन उपलब्ध कराया गया है, जिसका प्रयोग कर राज्य स्तर से फार्मर रजिस्ट्री तैयार किया जायेंगा।
फार्मर रजिस्ट्री से किसानों को मिलने वाली किसान सम्मान निधि की आगामी किस्त केवल उन्हीं किसानों के खाते में आयेगी, जिनकी फार्मर रजिस्ट्री बन गयी है। किसानों को फसल बीमा का लाभ मिलेगा तथा किसानों को बीज, खाद/कृषि यन्त्रों/बैंक लोन/किसान क्रेडिट कार्ड पर मिलने वाली छूट आसानी से प्राप्त हो सकेगा एवं भविष्य में किसानों को मिलने वाली सभी सुविधाओं का लाभ भी मिलेगा। किसान भाई नजदीकी जनसेवा केन्द्र या स्वयं से पोर्टल https://upfr.agristack.gov.in एवं मोबाइल ऐप Farmer Registry UP के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। फार्मर रजिस्ट्री बनवाने के लिए किसान को केवल अपना आधार कार्ड एवं मोबाइल की आवश्यकता होगी।