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संरक्षित और संवर्धित खूबसूरत धरा के लिए हम धरती आबा के ऋणी – प्रो निरापुरे
घोड़ाडोंगरी / धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की आगामी 150 वीं जयंती वर्षगांठ अवसर पर महाविद्यालय घोड़ाडोंगरी में कार्यक्रम का आयोजन किया गया, कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ साहबराव झरबडे द्वारा की गई जिसमें मुख्य अतिथि नगर परिषद उपाध्यक्ष श्री सोनू खनूजा उपस्थित रहे कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि प्रचार सहित समस्त स्टाफ द्वारा भगवान बिरसा मुंडा और मां सरस्वती के छायाचित्र पर पूजन अर्चन के साथ की गई, तत्पश्चात मुख्य अतिथि सोनू खनूजा को महाविद्यालय प्राचार्य द्वारा पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया गया,मुख्य अतिथि सोनू खनूजा द्वारा भगवान बिरसा मुंडा के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विपरीत परिस्थितियों में छोटी सी आयु में निर्णय लेना और साहसिक कदम उठाना हमें भगवान बिरसा से सीखना चाहिए, अध्यक्षीय संबोधन में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ साहेबराव झरबड़े द्वारा ने बताया कि भगवान बिरसा मुंडा के अल्पायु जीवन से हमे यह प्रेरणा मिलती है कि व्यक्ति कम उम्र में बड़े कार्य करके छोटे जीवन को महान और बड़ा बना सकता है , विशेष वक्ता के रूप में महाविद्यालय के मीडिया सेल प्रभारी प्रो .हेमंत निरापुरे द्वारा भगवान बिरसा मुंडा के जीवन वृतांत पर प्रकाश डालते हुए कहां की आज जो धरती हरी-भरी हैं,और उत्तरोत्तर प्रगति करता हुआ जनजातिय समाज सहित संपूर्ण मानव समाज भगवान बिरसा मुंडा ऋणी है जिन्होने हमे अपनी प्रकृति के संरक्षण, संवर्धन के लिए लड़ना सिखाया उनकी रक्षा करना सिखाया और संगठित होकर अपने अधिकारों के लिए लड़ना सिखाया ,कार्यक्रम में प्रो राकेश सिसोदिया, डॉ नंदकिशोर पवार, डॉ यास्मीन जिया ,डॉ देवकृष्ण मगरदे,डॉ भूपेंद्र पाटणकर ,डॉ दामोदर झारे, डॉ खेमराज महाजन, मोहित भोप्ते,आशीष काजोडे ,सौरव कहांर, रत्नेश जैन, भूमिका भोपते , शोभा मगरदे,रामभगत यादव, प्रेमसिंह दीपक खातरकर,मनीष मालवीय सहित समस्त स्टाफ एवं छात्राएं मौजूद रहे , कार्यक्रम का संचालन छात्रा किरण सूर्यवंशी एवं आभार प्रदर्शन डॉ अजाब खातरकर द्वारा किया गया कार्यक्रम संचालन में विशेष सहयोग डॉ अजय चौबे द्वारा द्वारा किया गया l
( आशीष पेंढारकर की रिपोर्ट )