नीति आयोग ने कृषि और वित्तीय समावेशन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए जनपद को दिया राष्ट्रीय सम्मान
News By- हिमांशु उपाध्याय / नितिन केसरवानी
जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी के कुशल नेतृत्व में, राष्ट्रीय मंच पर दमक उठा कौशाम्बी का नाम
कौशाम्बी: वाराणसी में आयोजित नीति आयोग के आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के बेस्ट प्रैक्टिसेस सेमिनार में जब कौशांबी का नाम गूंजा, तो पूरे सभागार ने तालियों से स्वागत किया। छह राज्यों में पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश की भागीदारी वाले इस सेमिनार में, जनपद कौशांबी ने अपने नवाचारों और जमीनी प्रयासों से सबका ध्यान आकर्षित किया।
जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी के दूरदर्शी मार्गदर्शन और सतत निगरानी में, जनपद के दोनों आकांक्षी ब्लॉकों में कृषि और वित्तीय समावेशन के क्षेत्र में किए गए कार्य इतने प्रभावशाली रहे कि नीति आयोग ने कौशांबी को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया। सम्मानित टीम में मनोज कुमार वर्मा (डीसी मनरेगा), सुखराज बंधु (डीसी NRLM), कृषि वैज्ञानिक अजय कुमार, तथा दोनों विकास खंडों के सीएम फेलो राजेश कुमार और सौम्या अवस्थी शामिल रहे। इन्हें नीति आयोग के अतिरिक्त निदेशक (ABP एवं ADP) आनंद शेखर ने मेडल प्रदान कर सम्मानित किया। कौशांबी ने कृषि में तकनीकी नवाचार, किसानों को स्मार्ट कृषि पद्धतियों की जानकारी, और डिजिटल बैंकिंग के माध्यम से वित्तीय सशक्तिकरण की दिशा में जो मॉडल तैयार किया है, वह अब अन्य राज्यों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया है। कार्यक्रम में उपस्थित प्रतिनिधियों ने कहा कि कौशांबी ने दिखा दिया कि इच्छाशक्ति, नवाचार और टीमवर्क के बल पर किसी भी आकांक्षी क्षेत्र को विकास की नई ऊँचाइयों तक पहुंचाया जा सकता है।
यह उपलब्धि केवल एक सम्मान नहीं, बल्कि कौशांबी के जमीनी समर्पण और प्रशासनिक दक्षता का राष्ट्रीय प्रमाणपत्र है। आज कौशांबी ने यह साबित कर दिया है कि जब दिशा सही हो और नेतृत्व दृढ़ संकल्पित हो, तो एक जिला भी पूरे देश के लिए उदाहरण बन सकता है।