जिंदा जले हादसे में अब तक 22 की मौत, 13 घायल
बस अग्निकांड: ड्राइवर और मालिक गिरफ्तार, एसआईटी जांच में जुटी
जिंदा जले हादसे में अब तक 22 की मौत, 13 घायल
बस अग्निकांड: ड्राइवर और मालिक गिरफ्तार, एसआईटी जांच में जुटी
राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुए दर्दनाक बस अग्निकांड मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की
राजस्थान / जैसलमेर: जैसलमेर-जोधपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुए दर्दनाक बस अग्निकांड मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. बस चालक शौकत और बस मालिक तुराब अली को गिरफ्तार कर लिया गया है. दोनों को बुधवार देर रात हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी. पूछताछ के बाद गिरफ्तारी की औपचारिक पुष्टि की गई है. पुलिस ने हादसे की गहनता से जांच के लिए विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया है.
पुलिस अधीक्षक अभिषेक शिवहरे ने बताया कि इस हादसे को लेकर दो अलग-अलग शिकायतें दर्ज हुई थी. एक मृतक पत्रकार राजेन्द्र सिंह चौहान के भाई चंदन सिंह और दूसरी मृतक गोपीलाल दर्जी के भाई जगदीश दर्जी की ओर से. इन दोनों शिकायतों के आधार पर मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू की गई है.
एसआईटी टीम गठित: एसपी शिवहरे ने बताया कि मामले की गहराई से जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) का गठन किया गया है. इस टीम में एएसपी कैलाशदान जुगतावत, डिप्टी एसपी रूपसिंह इन्दा, नाचना एसएचओ बुटाराम, सदर एसएचओ सुरजाराम और एएसआई राजेन्द्र कुमार शामिल हैं. टीम बस की तकनीकी खामियों, ड्राइवर की लापरवाही, गति सीमा और सुरक्षा मानकों की पूरी जांच करेगी. साथ ही दुर्घटना के समय की वीडियो फुटेज, तकनीकी रिपोर्ट और यात्रियों के बयान को भी जांच का हिस्सा बनाया गया है.
जांच रिपोर्ट के बाद ही तय होगी जिम्मेदारी: एसपी ने बताया कि जांच रिपोर्ट तैयार होने में कुछ समय लगेगा, क्योंकि इसमें कई बिंदुओं को शामिल किया जा रहा है. बस का पंजीयन चित्तौड़गढ़ में हुआ था, इसलिए वहां से भी संबंधित तकनीकी जानकारी मांगी गई है. इसके अलावा एफएसएल रिपोर्ट, डीएनए सैंपल और घायलों के बयान के बाद ही रिपोर्ट को अंतिम रूप दिया जाएगा. पुलिस का कहना है कि एसआईटी रिपोर्ट के आने के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि हादसे के लिए तकनीकी खामी जिम्मेदार थी या मानवीय लापरवाही. रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कानूनी कार्रवाई तय की जाएगी.
हादसे में अब तक 22 की मौत, 13 घायल: पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार बस में कुल 35 यात्री सवार थे. इनमें से 22 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 13 घायल जोधपुर में उपचाराधीन हैं. अब तक 19 शवों में से 18 के डीएनए सैंपल की पहचान हो चुकी है, जबकि एक सैंपल की पुष्टि अभी बाकी है.