गोवर्धन परियोजना की जमीन को हड़प गए भू-माफिया, सोते रहे सुमनधर शर्मा
मछली मगरमच्छ के बाद 1 और भू माफिया का आतंक
गोवर्धन परियोजना की जमीन को हड़प गए भू-माफिया, सोते रहे सुमनधर शर्मा
मछली मगरमच्छ के बाद 1 और भू माफिया का आतंक
मनीष कुमार राठौर
8109571743
भोपाल । राजधानी में इन दिनों मछली मगरमच्छ के बाद 1 और भू-माफिया ने आतंक मचा रखा है और वह सरकारी भूमि पर कब्ज़ा कर अवैध पक्का निर्माण करवा रहा है इतना हीं नहीं वह गोवर्धन परियोजना की इस जमीन पर बाहर दुकानों का निर्माण करवाया जा रहा है भाजपा नेता के अलावा दबंगो द्वारा इस कार्य को अंजाम दिया जा रहा है । राजधानी में भू माफिया के बुलंद हौसलों का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कई अवैध कालोनियों बनाकर मोटी कमाई करने वाले ये भू माफिया अब सरकारी जमीन कब्जाने में जुटे हुए हैं। न सिर्फ कब्जा बल्कि नगर निगम की गोवर्धन परियोजना की सरकारी जमीन पर पक्के निर्माण कर पूरा बाजार तैयार किया जा रहा है जिसे काफी महंगे दामों पर बेचा जाएगा। हालांकि अन्य मामलों की तरह ही इस मामले में भी स्थानीय जनप्रतिनिधि और जिम्मेदार अधिकारियों तक शिकायत की जा चुकी है लेकिन उनकी ओर से कोई ठोस कार्यवाही सामने नहीं आई है। अब देखने वाली बात यह भी होगी कि नगर निगम अपनी ही जमीन को भू माफिया से कब तक और कैसे मुक्त कराती है, क्यों कि ये भू माफिया मप्र सरकार की एक मंत्री के बेहद खास लोगों में शुमार बताए जा रहे हैं। स्थानीय लोगों ने गोपनीयता की शर्त पर बताया कि भू माफिया भाजपा संगठन में पदाधिकारी है जिसके चलते वे अपनी मनमानी कर रहे हैं। लोगों की मानें तो भाजपा सरकार में गहरी पैठ होने और धनबल के चलते भू माफिया गिरोह लोगों को धमका रहा है।
*समझिए पूरा मामला*
भोपाल नगर निगम के वार्ड क्रमांक 72 के खसरा क्रमांक 126(S) की भूमि गोवर्धन परियोजना की भूमि है। यह भूमि गौर शादी हाल मालीखेड़ी के मुख्य मार्ग पर स्थित है। इसी सरकारी जमीन के चारों तरफ रहवासी कालोनियों और प्रधानमंत्री आवास योजना के प्रोजेक्ट बन चुके हैं। जिसके कारण इस जमीन पर कब्ज़ा कर मुख्य मार्ग की ओर दुकानें तथा पीछे तरफ की सरकारी जमीन पर प्लॉट बनाकर मनमाने दामों पर बेचने की योजना भू माफिया की है। लोगों का कहना है कि इस भू माफिया गिरोह द्वारा भोपाल के अन्य क्षेत्रों में भी इसी प्रकार कई शासकीय रकबों पर कब्जा किया गया है तथा खुद को भाजपा संगठन पदाधिकारी और मंत्री के करीबी बताकर भू माफिया गिरोह द्वारा कई कई अवैध कालोनिया बनाकर बेची गई है।
*आखिर कब लगेगी लगाम*
तमाम अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों तक शिकायत पहुंचने के बाद भू माफिया गिरोह पर कार्यवाही कब होगी यह बड़ा सवाल है। यह संदेह स्थानीय लोगों द्वारा इसलिए भी जाहिर किया जा रहा है क्योंकि अभी तक मंत्री का नाम और मंत्री के साथ फोटो वीडियो का दुरुपयोग करने वाले भू माफिया गिरोह के विरुद्ध शिकायतों पर जांच शुरू नहीं की गई है। हालांकि जांच करने वाले अधिकारी वर्ग द्वारा जांच टालना कहीं न कहीं मौन संरक्षण की ओर इशारा कर रहा है लेकिन इस प्रकरण में जांच ने करने वाले अधिकारी भी मंत्री की छवि धूमिल करने में उतने ही दोषी हैं जितना दोषी भू माफिया गिरोह है।
क्या कहना है ।
आपके द्वारा जिस वार्ड और खसरे की जानकारी दी गई है उस की जांच करवा करवाते है राजस्व विभाग को जानकारी दी जा रही है ।
हर्षित तिवारी ADC नगर निगम भोपाल