सिराथू में प्रेस क्लब कौशांबी का चुनाव बना पत्रकारिता का उत्सव — रवि कुमार वैश्य निर्विरोध अध्यक्ष, हिमांशु मिश्रा महामंत्री चुने गए
News By- हिमांशु उपाध्याय/ नितिन केसरवानी
कौशांबी: लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की एकजुटता का नजारा शनिवार को सिराथू में देखने को मिला, जहाँ प्रेस क्लब कौशांबी की सिराथू इकाई का चुनाव न केवल शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ, बल्कि आपसी सौहार्द और पेशेवर एकता का अद्भुत उदाहरण भी बन गया।
चुनाव अधिकारी की देखरेख में संपन्न हुए इस निर्वाचन में रवि कुमार वैश्य को अध्यक्ष और हिमांशु मिश्रा को महामंत्री पद पर निर्विरोध चुना गया। दोनों के नाम पर सर्वसम्मति बनी और पूरे परिसर में तालियों की गूंज गूँज उठी , यह सिर्फ़ चयन नहीं, बल्कि विश्वास का प्रतीक था।
*वरिष्ठों की मौजूदगी में दिखी संगठन की गरिमा*
इस अवसर पर प्रेस क्लब के वरिष्ठ पदाधिकारियों संरक्षक रामेश जी अकेला, अध्यक्ष बृजेश गौतम, संगठन मंत्री अशोक केसरवानी, मनोज दुबे, सतीश गोयल और राकेश सोनकर सहित बड़ी संख्या में पत्रकार उपस्थित रहे। चुनाव प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी रही और सभी सदस्यों ने नई कार्यकारिणी पर भरोसा जताया।
*पत्रकारिता के नए युग की उम्मीद*
नव-निर्वाचित अध्यक्ष रवि कुमार वैश्य ने कहा कि प्रेस क्लब को एक सशक्त और निष्पक्ष मंच के रूप में विकसित करना उनका प्रमुख लक्ष्य होगा। उन्होंने कहा कि हम पत्रकारों के हित, सुरक्षा और सम्मान की रक्षा के लिए सामूहिक रूप से आवाज़ उठाएंगे। प्रेस क्लब अब केवल एक संगठन नहीं, बल्कि पत्रकारों की ताकत का प्रतीक बनेगा।
महामंत्री हिमांशु मिश्रा ने भी कहा कि आने वाले दिनों में पत्रकारों के प्रशिक्षण, डिजिटल पत्रकारिता और प्रेस-सरकार संवाद के नए अवसर तैयार किए जाएंगे।
*इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की दमदार मौजूदगी*
चुनाव में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया इकाई की भी प्रभावशाली भागीदारी रही। जिया रिज़वी, करन यादव, अनिरुद्ध पाण्डेय, पंकज केसरवानी, पवन जायसवाल सहित सैकड़ों पत्रकार बंधु मौजूद रहे।
हर चेहरे पर एक संदेश था पत्रकारिता केवल पेशा नहीं, जनता के प्रति जिम्मेदारी है।
सद्भाव और संगठन का संगम बना सिराथू का यह चुनाव पूरा आयोजन इस बात का प्रमाण रहा कि जब पत्रकार संगठन एक दिशा में खड़े हों, तो समाज में सच्चाई की आवाज़ और बुलंद होती है। सिराथू इकाई का यह निर्विरोध चुनाव
पत्रकारिता की उस परिपक्वता की मिसाल है जहाँ प्रतिस्पर्धा से पहले एकता को प्राथमिकता दी जाती है। यह जीत किसी व्यक्ति की नहीं, बल्कि उस कलम की है जो सच बोलने से कभी नहीं डरती।