News By- हिमांशु उपाध्याय / नितिन केसरवानी
कौशाम्बी: नगर पालिका परिषद भरवारी पर गंभीर आरोप लगे हैं। बताया जा रहा है कि परिषद में कार्यरत कर्मचारी श्री शुभम मिश्रा की पूजनीय माता जी के दुखद निधन के बाद जब परिजन शव वाहन की मांग कर रहे थे, तब नगरपालिका की ओर से कूड़ा गाड़ी भेज दी गई।
सूत्रों के अनुसार, परिषद के पास दो शव वाहन मौजूद हैं — एक गेरसा और दूसरा महेशपुर क्षेत्र के लिए। लेकिन जब संदीपन घाट शव ले जाने की बारी आई, तो परिजनों को जानकारी मिली कि नगर पालिका अध्यक्षा के आदेश पर शव वाहन की जगह कूड़ा गाड़ी भेजी गई। इस अमानवीय कृत्य से शोकाकुल परिवार और क्षेत्रीय ब्राह्मण समाज में गहरा आक्रोश है। लोगों का कहना है कि यह घटना न केवल प्रशासनिक लापरवाही है, बल्कि ब्राह्मण विरोधी मानसिकता को भी दर्शाती है। स्थानीय लोगों ने इस प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच और जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग की है। साथ ही कहा है कि ऐसी घटनाएं सामाजिक सौहार्द को चोट पहुंचाने वाली हैं और किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।
इस संबंध में अधिशासी अधिकारी रामसिंह ने कहा कि सोशल मीडिया में वायरल वीडियो में भरवारी पालिका की कूड़ा गाड़ी लिखी मिनी पिकअप से शव को लेकर जाया जा रहा था, जिसके संबंध में सूचना प्राप्त नहीं है, प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के शव वाहन की सेवाएं आम जन मानस के लिए हमेशा उपलब्ध रही है l नगर कर्मी शुभम मिश्रा द्वारा कूड़ा गाड़ी लिखी मिनी पिकअप से संदीपन गंगा घाट पर अंतिम संस्कार के लिए अपनी मां का शव लेकर जाना उसका स्वयं का निर्णय था, नगर प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही नहीं की गई है l