News By- हिमांशु उपाध्याय/ नितिन केसरवानी
कौशाम्बी: कोखराज थाना अंतर्गत ग्राम दरवेशपुर में पुलिस द्वारा की गई देर रात की दबिश ने उसकी कार्यप्रणाली पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगा दिए हैं। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के उपरांत यह मामला जनचर्चा का विषय बन गया है।
अर्धरात्रि में पुलिस की कार्यवाही और आरोप
प्राप्त जानकारी के अनुसार, वायरल वीडियो में भरवारी चौकी के प्रभारी अपने अधीनस्थ सिपाहियों के साथ रूपेंद्र शर्मा और मिथिलेश शर्मा के आवास पर पहुंचे। आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने जबरन दरवाजा खुलवाकर गृह प्रवेश किया। इस दौरान, घर की महिला ने आरोप लगाया कि महिला पुलिसकर्मी की अनुपस्थिति में ही उपनिरीक्षक टॉर्च लेकर उनके शयनकक्ष में प्रविष्ट हुए। महिला का कथन है, “मैं निद्रावस्था में थी, तभी अचानक उपनिरीक्षक महोदय ने टॉर्च की रोशनी मेरे कक्ष में डाली, जिससे मैं अत्यधिक घबराहट एवं असहजता की स्थिति में आ गई।”
इस घटना के आलोक में, स्थानीय नागरिकों ने भी पुलिस की कार्यशैली पर प्रश्न उठाते हुए कहा कि यदि विधि-व्यवस्था के संरक्षक ही विधि का उल्लंघन करेंगे, तो आमजन का विश्वास कैसे स्थापित रहेगा?
थानाध्यक्ष का विधिवत स्पष्टीकरण
इस प्रकरण के संबंध में कोखराज थानाध्यक्ष ने अपनी स्थिति स्पष्ट की है। उन्होंने बताया कि पुलिस की यह कार्यवाही न्यायालय द्वारा जारी वारंट के अनुपालन में की गई थी। उनके कथनानुसार, पुलिस दल में महिला आरक्षी मनीषा पटेल भी उपस्थित थीं। थानाध्यक्ष ने यह भी अवगत कराया कि संबंधित वारंटी दिन के समय उपलब्ध नहीं होता था, अतः न्यायालय के आदेश का पालन सुनिश्चित करने हेतु रात्रि में दबिश देना आवश्यक था। यह संपूर्ण कार्यवाही न्यायालय के आदेशानुसार विधिवत रूप से की गई है।