आयुर्वेद पर अब बढ़ रहा है मरीजों का विश्वास
ब्लॉक रिपोर्टर ओम सोनी
भवानी मंडी के आयुर्वेदिक अस्पताल में ओपीडी दोगुनी हुई है वहीं बड़ी बीमारियों में भी मरीजों को राहत मिल रही है आधुनिक चिकित्सा के बीच भी मरीजों का भरोसा अब तेजी से आयुर्वेद की ओर लौट रहा है भवानी मंडी स्थित आयुर्वेदिक अस्पताल में इसका उदाहरण देखने को मिला रहा है यहां पिछले एक साल में ओपीडी मरीजों की संख्या दोगुनी हो गई है इसमें खास बात यह है कि अब लोग छोटी बीमारियों के साथ साथ गंभीर और पुरानी बीमारियों के लिए भी आयुर्वेद पर भरोसा जता रहे हैं।
डॉ. मनीष नागर अस्पताल प्रभारी बताते हैं कि यह बदलाव अनुभवी चिकित्सकों की सेवाओं का परिणाम है अस्पताल में वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. सुभाष चंद्र शर्मा, डॉ. रेवती रमण पारीक, डॉ. प्रेमचंद गर्ग और डॉ. कैलाश शर्मा जैसे विशेषज्ञ अपनी सेवाएं दे रहे हैं। मरीजों का कहना है कि यहां उन्हें वह राहत मिली जो बड़े शहरों के निजी अस्पतालों में लंबे इलाज के बाद भी नहीं मिली थी।
*मरीजों के अनुभव बने मिसाल*
रामदयाल शर्मा निवासी भवानी मंडी ने बताया कि उनका बेटा कपिल शर्मा तनावजनित न्यूरो संबंधी बीमारी से जूझ रहा था जयपुर और कोटा के निजी अस्पतालों में इलाज कराने के बाद भी सुधार नहीं हुआ लगभग डेढ़ माह पहले उन्होंने आयुर्वेदिक इलाज शुरू कराया अब बेटा पूरी तरह स्वस्थ महसूस कर रहा है।
नेहा गुरनानी (51 वर्ष) को लंबे समय से यूरिन में जलन की समस्या थी। जयपुर और अहमदाबाद में इलाज के बावजूद फायदा नहीं हुआ वहीं आयुर्वेदिक इलाज से मात्र एक महीने में उन्हें काफी राहत मिली है,
दीपक नामदेव को बाल झड़ने की गंभीर समस्या थी आयुर्वेदिक इलाज से अब उनकी समस्या लगभग पूरी तरह खत्म हो गई है।
*राजस्थान का पहला अस्पताल, जहां वरिष्ठ चिकित्सक दे रहे सेवाएं:::::*
अस्पताल प्रभारी डॉ. नागर एवं पंचकर्म लेब टेक्निशन ऋचा चतुर्वेदी ने बताया कि यह राजस्थान का पहला आयुर्वेदिक अस्पताल है, जहां एक साथ 4 वरिष्ठ चिकित्सक सेवा दे रहे हैं। इससे यहां आने वाले मरीजों को अनुभवी मार्गदर्शन और आयुर्वेदिक पद्धति से संपूर्ण इलाज उपलब्ध हो रहा है।
भवानी मंडी का यह उदाहरण साबित करता है कि आयुर्वेद अब सिर्फ घरेलू नुस्खों तक सीमित नहीं है बल्कि गंभीर बीमारियों के इलाज में भी मरीजों की पहली पसंद बनता जा रहा है।
*फोटो :~ मरीज को दवाई देकर इलाज करते डॉक्टर*