मध्यप्रदेश में भारी बारिश का तांडव — 26 जिलों में हाई अलर्ट, अगले 24 घंटे बेहद संवेदनशील
मध्यप्रदेश में 26 जिलों में मूसलाधार बारिश का अलर्ट: प्रशासन अलर्ट मोड पर, इन जिलों में स्कूल बंद
मध्यप्रदेश में भारी बारिश का तांडव — 26 जिलों में हाई अलर्ट, अगले 24 घंटे बेहद संवेदनशील
मध्यप्रदेश में 26 जिलों में मूसलाधार बारिश का अलर्ट: प्रशासन अलर्ट मोड पर, इन जिलों में स्कूल बंद
मध्यप्रदेश के 26 जिलों में अगले 24 घंटे तक भारी से अतिभारी बारिश का ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, देवास और सीहोर जैसे इलाकों में आठ इंच तक पानी गिर सकता है। इंदौर, उज्जैन, भोपाल समेत कई जिलों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं, नदियों और नालों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, और प्रशासन अलर्ट मोड में है .
किस-किस जिले में अलर्ट?
अति भारी बारिश (Orange Alert): सीहोर, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, देवास .
भारी बारिश (Yellow Alert): भोपाल, रायसेन, राजगढ़, नर्मदापुरम्, बैतूल, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, शाजापुर, आगर, गुना, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, पांढुर्णा .
बारिश की वजह और वैज्ञानिक राय
बंगाल की खाड़ी में बने वेलमार्क लो प्रेशर एवं राज्य से गुजर रही मॉनसून ट्रफ और दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन के सक्रिय होने से बारिश की तीव्रता बढ़ी .
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, अगले तीन दिन तक इसी तरह का भारी बारिश का सिलसिला पूरे प्रदेश में बने रहने के आसार हैं .
रिकॉर्ड और ताजा आंकड़े
प्रदेश में अब तक 39 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है—यह सामान्य से लगभग 105% ज़्यादा है .
गुना जिले में सबसे अधिक 58.6 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई है, जबकि इंदौर में 21.4 इंच — सबसे कम .
कई जिलों में डेम और बैराज के गेट खोले गए हैं, जिससे नदियों और नालों में उड़ान और बाढ़ का खतरा बढ़ गया है .
जनजीवन पर असर
इंदौर में स्कूलों की छुट्टी: लगातार तेज़ बारिश के चलते नगर प्रशासन ने स्कूलों में अवकाश घोषित किया .
उज्जैन में बाढ़ की परिस्थिति: शिप्रा नदी के बढ़े जलस्तर और डैम के गेट खोलने से कई छोटे मंदिर जलमग्न हो गए, निचली बस्तियों को सावधानी की सलाह .
मंदसौर–कालभाटा डेम: गेट तीन-तीन फीट खुले, आसपास के गांवों को सतर्कता बरतने की निर्देशना .
प्रशासन की तैयारियां और सलाह
जिला व स्थानीय प्रशासन बाढ़ संभावित इलाकों में रिस्पॉन्स टीम्स तैनात कर रहा है .
निचले क्षेत्रों में नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है .
ट्रैफिक, स्वास्थ्य और राहत व्यवस्थाओं के लिए खास कंट्रोल रूम सक्रिय .
भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त: अलीराजपुर–झाबुआ में 8 इंच तक पानी, शिप्रा नदी उफान पर, कई बांधों के गेट खुले