गृह दोष ख़त्म करने क़े लिए दादा ने पोते की चढ़ाई नरबलि, फिर नाले में फेंक दी सिर कटी लाश- तांत्रिक की तलाश
News By-नितिन केसरवानी
प्रयागराज में 17 वर्ष क़े यश की नाले से मिली सिरकटी लाश का केस पुलिस ने सॉल्व किया। किशोर की हत्या उसी क़े रिश्ते क़े दादा शरण सिंह ने की थी। उसने किशोर को स्कूल जाते किडनेप किया फिर उसकी बलि चढ़ाई।
दरअसल कुछ दिन पहले शरण सिंह क़े बेटा व बेटी ने सुसाइड कर लिया था। तब तांत्रिक ने बताया था की उनकी ऐज यानि 16+ क़े किसी लड़के की बलि चढानी होगी. तभी गृह दोष ख़त्म होगे. उसने बच्चे की गला काटकर बलि चढ़ा दी। लाश फैकते समय सीसी टीवी कैमरे में कैद हुआ तो केस खुल गया।
आपको बता दे कि आखिरकार ऐसी कलह किस काम का जिसमें अपनों ने अपने का ही कत्ल कर शव को ठिकाने लगा दिया। अपने आप को बचाने और शव की पहचान न हो। हत्यारोपी ने छात्र के शव के कई टुकड़े कर दिया। रिश्तों को कलंकित करने वाला हत्यारोपी चचेरा बाबा के हाथ भी नहीं कांपे, जिसका वह निर्मम तरीके से मौत की नींद सुलाने के लिए शरीर के टुकड़े कर रहा था। वह यह भी नहीं सोचा कि कभी उस बच्चे को अपने गोद में खिलाया होगा। जिन हाथों से उक्त बच्चे को खिलाया था। बेरहमी से कत्ल करते समय उसके हाथ तक नहीं कांपे और एक-एक कर छात्र का सिर हाथ और पैर को काट डाला। अपने आप को बचाने के लिए हत्यारोपी ने बिना हाथ, पैर और सिर विहीन धड़ को एक सुनियोजित तरीके अपने घर से कई किलोमीटर दूर स्थित औद्योगिक क्षेत्र इलाके में फेंक कर फरार हो गया।

बताते हैं कि स्कूल जाते समय पूर्व वह छात्र अपनी मां से कहकर निकला था कि स्कूल से वापस आने के बाद वह गणेश भगवान की मूर्ति लेने जाएगा। उस छात्र को क्या पता था कि वह दोबारा अपने घर वापस लौट कर नहीं पहुंचेगा। उसे क्या पता कि रास्ते में उसकी मौत, उसका चचेरा बाबा इंतजार कर रहा है। उसके चचेरा बाबा उसे बहला फुसला कर अपने घर ले जाकर उसका बेहरमी से कत्ल कर देगा। जब परिजनों को उसके मौत की सूचना मिली तो कोहराम मच गया। वह आरोपी के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई चाहते हैं। जिस समबंध मे प्रयागराज यमुनापार पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा करते हुये गम्भीर धारा मे मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने का काम किया|