News By- हिमांशु उपाध्याय / नितिन केसरवानी
कौशांबी: भरवारी नगर पालिका परिषद के वार्ड नंबर-7 में भ्रष्टाचार का ऐसा भयानक उदाहरण सामने आया है, जिसने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया है। लगभग 40 लाख की लागत से बनी आरसीसी सड़क पहली ही बरसात में चूर-चूर हो गई, जिससे साफ जाहिर है कि निर्माण कार्य में खुलेआम घटिया सामग्री का इस्तेमाल और भारी कमीशनखोरी हुई है।
स्थानीय लोग लंबे समय से इस भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हैं, पर जिम्मेदार अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही। जनता का कहना है कि “कमीशन ऊपर तक जाता है, इसलिए कार्रवाई नहीं होती।” सवाल यह है कि योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति आखिर जमीन पर क्यों दम तोड़ रही है? क्या नगर पालिका अध्यक्ष और अधिशासी अधिकारी इस भ्रष्टाचार की परतों से अनजान हैं या फिर इसमें उनकी भी मिलीभगत है?
भ्रष्टाचार का यह ज्वलंत उदाहरण अब नगर पालिका प्रशासन की कार्यशैली पर गम्भीर सवाल खड़े कर रहा है, जिसका जवाब जनता जानना चाहती है।