News By- हिमांशु उपाध्याय / नितिन केसरवानी
इमरजेंसी में नहीं पहुंच पा रही एंबुलेंस, शासन से मदद की लगाई गुहार
कौशाम्बी: पभोसा घाट क्षेत्र में यमुना नदी के तेज कटाव ने एक बार फिर ग्रामीणों के जीवन को मुश्किल में डाल दिया है। नदी के किनारे बसे गांवों का संपर्क मार्ग पूरी तरह टूट चुका है, जिससे लोगों का आना-जाना ठप हो गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि हालात इतने खराब हो गए हैं कि गांव में न तो कोई एंबुलेंस पहुंच सकती है, न ही कोई चार पहिया वाहन। ऐसे में यदि कोई इमरजेंसी हो जाए — जैसे किसी को अचानक अस्पताल ले जाना हो — तो यह बेहद कठिन और जानलेवा साबित हो सकता है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि शासन-प्रशासन की ओर से अब तक कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है। गांव के गरीब और बुजुर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। लोगों को डर सता रहा है कि अगर समय रहते मदद नहीं मिली, तो कोई अनहोनी भी हो सकती है।
ग्रामीणों की ओर से शासन से की गई प्रमुख मांगें:
गांव से मुख्य मार्ग तक अस्थायी रास्ता या नाव की सुविधा तत्काल उपलब्ध कराई जाए बीमार व्यक्तियों के लिए एंबुलेंस या मेडिकल सुविधा की वैकल्पिक व्यवस्था की जाए पभोसा घाट पर स्थायी पुल या सुरक्षित संपर्क मार्ग का निर्माण किया जाए समस्त ग्रामवासी पभोसा घाट ने मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन से अपील की है कि समय रहते राहत पहुंचाई जाए, ताकि किसी ग्रामीण को अपनी जान से हाथ न धोना पड़े। ग्रामीणों ने चेताया कि यदि अब भी अनदेखी हुई, तो उन्हें धरना-प्रदर्शन का रास्ता अपनाना पड़ेगा।