कौशाम्बी मंदिर से घंटा चोरी करने वाले शातिर गैंग मिर्जापुर का पर्दाफाश, मुठभेड़ में एक घायल, दूसरा गिरफ्तार
News By- हिमांशु उपाध्याय / नितिन केसरवानी
SP राजेश कुमार की रणनीति और थानाध्यक्ष सिद्धार्थ सिंह की अगुवाई में कौशांबी पुलिस की बड़ी सफलता
कौशाम्बी: दुर्गापुर गाँव की वो सुबह सबको याद है — जब भैरो बाबा मंदिर की आरती बिना घंटियों के हुई। गाँव में सन्नाटा था, मानो किसी ने भगवान की आवाज़ छीन ली हो। वो सिर्फ चोरी नहीं थी, वो पूरे गाँव की श्रद्धा पर चोट थी। लेकिन पिपरी थाने के तेजतर्रार प्रभारी सिद्धार्थ सिंह ने न सिर्फ घंटे बरामद किए, बल्कि गाँव की आस्था को भी वापस लौटा दिया।
रात की मुठभेड़ में टूटी खामोशी, गोली चली, और गूंज उठा ‘जय भैरो बाबा’ का स्वर
शुक्रवार की भोर, पुलिस को सूचना मिली कि घंटा चोरी कांड के दोनों आरोपी एक बार फिर सक्रिय हैं। पुलिस ने लोधौर चौकी क्षेत्र में चारों ओर घेराबंदी की। बाइक पर आए संदिग्धों ने पुलिस को देखते ही गोली चला दी। जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश घायल, दूसरा भागते हुए दबोच लिया गया।
बरामदगी — सिर्फ घंटे नहीं, पूरा ‘गुनाह का कारोबार’
पकड़े गए बदमाशों अरविंद कुमार व अयोध्या प्रसाद के पास से बरामद हुआ: 12 पीतल के मंदिर घंटे, दो तमंचे, कई कारतूस, फर्जी आधार कार्ड, औजारों का सेट (गैस कटर, रिंच, सब्बल) चोरी में इस्तेमाल बाइक, नकदी 2,150 रुपए। इन लोगों ने 10 से ज्यादा मंदिरों से चोरी करने की बात कबूली है। वे ऐसे मंदिरों को चुनते थे जो गाँव से दूर, वीरान स्थानों पर बने होते हैं।
कहानी का असली नायक — थानाध्यक्ष सिद्धार्थ सिंह
जब हर तरफ निराशा थी, गाँव में गुस्सा था और पुलिस पर सवाल उठ रहे थे, तब थानाध्यक्ष सिद्धार्थ सिंह ने तीन दिन में पूरी कहानी पलट दी। उनके लिए ये केवल केस नहीं, गाँव की भावनाओं का प्रश्न था। इसलिए उन्होंने चौकी इंचार्ज और SOG के साथ मिलकर ऐसा जाल बिछाया कि अपराधी खुद आ फंसे।
एसपी राजेश कुमार की विशेष सराहना — ‘सिद्धार्थ सिंह जैसे अफसर सिस्टम की रीढ़ हैं’
इस कार्य के लिए कौशाम्बी एसपी राजेश कुमार ने सिद्धार्थ सिंह और उनकी टीम को विशेष प्रशंसा देते हुए कहा: “हमारे पुलिसकर्मी सिर्फ अपराध रोकने नहीं, बल्कि समाज की उम्मीद बचाने भी तैनात हैं।”