*पुरानी बसो के अंदर छाता लगाकर बैठने को मजबूर छात्र छात्राएं*
अनुपपुर/पुष्पराजगढ़ शासकीय मॉडल सांदीपनि उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पुष्पराजगढ़ में अध्यनरत विद्यार्थियों के विद्यालय आवागमन की सुविधा की दृष्टि गत निःशुल्क बस परिवहन सेवा का शुभारंभ तो नेताओ ने हरी झंडी दिखाकर अध्यनरत छात्र-छात्राओं हेतु निःशुल्क परिवहन की सौगात देकर सरकार की उपलब्धि बताकर वाहवाही तो लूट लिये परंतु उक्त विद्यालय में संलग्न बसों की खस्ता हालत पर किसी की नजर नहीं पड़ी।
*सरकार की निःशुल्क बस सेवा की खुल रही पोल*
महामाया ट्रेवल्स शहडोल के द्वारा पक्षीराज बस सर्विस का नाम लिखी बसे जो निः शुल्क बस परिवहन सेवा का संचालन पुरानी घिसीपिटी बसों को डेंटिंग पेंटिंग कराकर संचालित कराया जा रहा है जो जगह जगह से टपक रही उन्ही बसों में नौनिहाल बच्चे छाता लगाकर विद्यालय जाने को मजबूर है। शासकीय मॉडल सांदीपनि उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पुष्पराजगढ़ में लगी 08 बसे पक्षीराज ट्रेवल्स के नाम
संचालित है जो वर्ष 2013-14 की पुरानी वा खस्ता हालत की होने के कारण कभी भी कही भी आये दिन बिगड़ी हालात में खड़ी हो जाती है जिससेअध्यनरत दूर दराज के ग्रामीण छात्र छात्राएं समय से अपने गंतव्य तक नहीं पहुँच पाते। जिससे निःशुल्क बस सेवा की दुर्दशा पर सवाल खड़े हो रहे है सवाल और सरकार की पोल खोल रही है।
*आरटीआई में वाहनों के अनुबंध की कापी से गोपनीयता भंग बताकर नही दी जानकारी*
स्थानीय पत्रकारों द्वारा आरटीआई के माध्यम से संस्था में लगे वाहनों के अनुबंध सम्बन्धी दस्तावेज चाही गई तो बस संचालक द्वारा संस्था को लिखित जबाब दिया कि उक्त संबंध में सभी दस्तावेज मेरे व्यक्तिगत जानकारी से संबंधित है। तथा सूचना अधिकार अधिनियम-2005 की धारा 8 (घ) में स्पष्ट वर्णित है कि “सूचना, जिसमें वाणिज्यिक विश्वास, व्यापार गोपनीयता या बौद्धिक संपदा सम्मिलित है, जिसके प्रकटन से किसी पर व्यक्ति की प्रतियोगी स्थिति को नुकसान होता है, जब तक कि सक्षम प्राधिकारी का यह समाधान नहीं हो जाता है कि ऐसी सूचना के प्रकटन से विस्तृत लोक हित का समर्थन होता है”।
*इनका कहना है*
विद्यालय से 08 बसों का संचालन हो राह है परन्तु हमारे पास बसों का अनुबंध या वाहनों से संबंधित कोई भी दस्तावेज नही है पुरानी बसों को लेकर हमने भी कई बार बस आपरेटर को बोल चुके है।
*आर पी सिंह प्राचार्य शा. मॉडल सांदीपनी पुष्पराजगढ़*
इसकी जानकारी मुझे नही है मैं बस संचालक से दस्तावेज और अनुबंध की कापी बुलवा कर देखवा लेता हूं ।
*शुरेंद्र सिंह गौतम परिवहन अधिकारी अनुपपुर*