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सिराथू सीएचसी में पहली बार हुआ बच्चेदानी का ऑपरेशन, चिकित्सा सेवा में ऐतिहासिक कदम

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News By- हिमांशु उपाध्याय/ नितिन केसरवानी
*ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को मिली नई उड़ान, दो महिलाओं की जिंदगियों में लौटी मुस्कान*

कौशांबी: स्वास्थ्य सेवाओं की दृष्टि से यह एक ऐतिहासिक दिन था, जब सिराथू स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) में पहली बार दो महिलाओं का Hysterectomy (सम्पूर्ण बच्चेदानी निकालने का ऑपरेशन) पूरी तरह सफल तरीके से किया गया। यह उपलब्धि न सिर्फ चिकित्सा तकनीक की प्रगति को दर्शाती है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के लिए जीवन की एक नई शुरुआत भी बन गई।
*ऑपरेशन नहीं, उम्मीद का द्वार खुला है*
इस महत्वपूर्ण चिकित्सा कार्य को अंजाम दिया CHC सिराथू के अधीक्षक डॉ. अरुण तिवारी के नेतृत्व में एक समर्पित टीम ने – जिसमें सर्जन डॉ. आशीष कुमार, स्टाफ नर्स श्रीमती गीता देवी और फार्मासिस्ट श्री अजय सिंह शामिल रहे। यह पूरी टीम चिकित्सा सेवा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए लगातार प्रयासरत रही है।
*जिनका जीवन बदला*
श्रीमती रमई देवी (उम्र 40 वर्ष), पत्नी श्री राजू, निवासी – फरीजायस का पुरवा, कोखराज
श्रीमती सुनीता देवी, पत्नी श्री वीरन सिंह, निवासी – अटसराय
दोनों महिलाएं लंबे समय से गर्भाशय से जुड़ी जटिल समस्याओं से जूझ रही थीं। परिजनों की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण महंगे निजी अस्पतालों में ऑपरेशन कराना संभव नहीं था। लेकिन सिराथू सीएचसी की टीम ने न केवल उन्हें सही समय पर इलाज दिया, बल्कि पूरी तरह मुफ्त ऑपरेशन कर एक मिसाल भी पेश की।
Hysterectomy क्या है?
यह एक चिकित्सा प्रक्रिया है जिसमें महिलाओं की संपूर्ण बच्चेदानी (Uterus) को निकाला जाता है। यह ऑपरेशन उन मामलों में किया जाता है जब महिला को लगातार अत्यधिक रक्तस्राव, गर्भाशय में गांठ, संक्रमण या कैंसर जैसी समस्याएं होती हैं। यह ऑपरेशन जीवनरक्षक सिद्ध हो सकता है।
*क्या बोले डॉक्टर और मरीज*
डॉ. अरुण तिवारी ने कहा,
हमारा उद्देश्य यही है कि अब ग्रामीण जनता को बड़े शहरों की ओर नहीं भागना पड़े। हम CHC स्तर पर ही जटिल ऑपरेशन करने को तैयार हैं। यह सिर्फ शुरुआत है।
*वहीं मरीजों के परिजन खुशी से भर उठे। श्रीमती रमई देवी के पति ने कहा*
हमें उम्मीद नहीं थी कि गांव के अस्पताल में इतना बड़ा ऑपरेशन हो सकता है। हमारी पत्नी अब स्वस्थ हैं और ये हमारे लिए किसी चमत्कार से कम नहीं।
*सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बना विश्वास का केंद्र*
यह ऑपरेशन यह भी दिखाता है कि सरकारी
अस्पतालों में भी अब भरोसा लौट रहा है। जहां पहले सिराथू सीएचसी केवल साधारण उपचारों तक सीमित था, आज वह विशेष ऑपरेशनों की श्रेणी में आ खड़ा हुआ है।
ग्रामीण इलाकों में उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सेवा का पहुंचना आज भी चुनौती है। लेकिन सिराथू सीएचसी ने यह सिद्ध कर दिया कि अगर नीयत साफ हो और टीम समर्पित हो, तो कोई भी असंभव लक्ष्य संभव बन सकता है।
यह सिराथू ही नहीं, पूरे कौशांबी जिले के लिए एक गर्व और प्रेरणा की खबर है।

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