हिमाचल की राजनीति में वापसी की संभावना नहीं… बोले जेपी नड्डा
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रविवार को हिमाचल प्रदेश की राजनीति में वापसी की संभावना से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि ‘मैं एक जिम्मेदार पद पर हूं और राज्य में वापस आने की कोई संभावना नहीं है’. फरवरी 2020 में नड्डा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए थे, तीन साल का कार्यकाल समाप्त होने के बाद से वो विस्तार पा रहे हैंबीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रविवार को हिमाचल प्रदेश की राजनीति में वापसी की संभावना से इनकार कर दिया. उन्होंने साफ कहा कि प्रदेश की राजनीति में वापसी की उनका कोई इरादा नहीं है. नड्डा इस समय देश के स्वास्थ्य मंत्री के साथ ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं. पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव के बाद से बीजेपी नए अध्यक्ष की तलाश कर रही है. जब तक पार्टी को नया अध्यक्ष नहीं मिल जाता नड्डा इस पद पर बने
रविवार को अपने गृह प्रदेश पहुंचे जेपी नड्डा से जब पत्रकारों ने प्रदेश की राजनीति में लौटने को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि ‘मैं एक जिम्मेदार पद पर हूं और राज्य में वापस आने की कोई संभावना नहीं है’. फरवरी 2020 में नड्डा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए थे, तीन साल का कार्यकाल समाप्त होने के बाद से वो विस्तार पा रहे हैं.
‘प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष का चुनाव जल्द ही किया जाएगा’
सूत्रों ने इस सप्ताह की शुरुआत में बताया था कि बीजेपी अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव का मार्ग प्रशस्त करने के लिए आने वाले दिनों में कई राज्य इकाइयों के प्रमुखों को चुनने की प्रक्रिया में जुटी है. पार्टी के एक नेता ने कहा था कि कुछ राज्यों में नियुक्ति हो जाने के बाद, राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया जल्द ही शुरू हो जाएगी. रविवार को एक सवाल का जवाब देते हुए नड्डा ने कहा कि प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष का चुनाव जल्द ही किया जाएगा
हिमाचल की राजनीति में वापसी की संभावना नहीं… बोले जेपी नड्डा
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रविवार को हिमाचल प्रदेश की राजनीति में वापसी की संभावना से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि ‘मैं एक जिम्मेदार पद पर हूं और राज्य में वापस आने की कोई संभावना नहीं है’. फरवरी 2020 में नड्डा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए थे, तीन साल का कार्यकाल समाप्त होने के बाद से वो विस्तार पा रहे हैं.
हिमाचल की राजनीति में वापसी की संभावना नहीं… बोले जेपी नड्डा
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रविवार को हिमाचल प्रदेश की राजनीति में वापसी की संभावना से इनकार कर दिया. उन्होंने साफ कहा कि प्रदेश की राजनीति में वापसी की उनका कोई इरादा नहीं है. नड्डा इस समय देश के स्वास्थ्य मंत्री के साथ ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं. पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव के बाद से बीजेपी नए अध्यक्ष की तलाश कर रही है. जब तक पार्टी को नया अध्यक्ष नहीं मिल जाता नड्डा इस पद पर बने रहेंगे.
रविवार को अपने गृह प्रदेश पहुंचे जेपी नड्डा से जब पत्रकारों ने प्रदेश की राजनीति में लौटने को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि ‘मैं एक जिम्मेदार पद पर हूं और राज्य में वापस आने की कोई संभावना नहीं है’. फरवरी 2020 में नड्डा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए थे, तीन साल का कार्यकाल समाप्त होने के बाद से वो विस्तार पा रहे हैं.
‘प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष का चुनाव जल्द ही किया जाएगा’
सूत्रों ने इस सप्ताह की शुरुआत में बताया था कि बीजेपी अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव का मार्ग प्रशस्त करने के लिए आने वाले दिनों में कई राज्य इकाइयों के प्रमुखों को चुनने की प्रक्रिया में जुटी है. पार्टी के एक नेता ने कहा था कि कुछ राज्यों में नियुक्ति हो जाने के बाद, राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया जल्द ही शुरू हो जाएगी. रविवार को एक सवाल का जवाब देते हुए नड्डा ने कहा कि प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष का चुनाव जल्द ही किया जाएगा.
कांग्रेस सरकारों में सबसे भ्रष्ट है सुक्खू सरकार
इसके साथ ही उन्होंने हिमाचल सरकार को कांग्रेस की सरकारों में सबसे भ्रष्ट करार दिया. धर्मशाला में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने दावा किया कि राज्य की कांग्रेस सरकार ने नेशनल हेराल्ड को करोड़ों रुपये के विज्ञापन दिए हैं, जिसका प्रकाशन तक नहीं हो रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि हिमाचल सरकार देश की कांग्रेस सरकारों में सबसे भ्रष्ट है और वित्तीय कुप्रबंधन में सबसे ऊपर है.
‘सरकार नहीं चला सकते तो छोड़ दें सुक्खू’
नड्डा ने दावा किया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंहसुक्खू के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार राज्य में यह झूठा विमर्श खड़ा करने की कोशिश कर रही है कि केंद्र उसे धन नहीं दे रहा है और उसे हिमाचल की कोई चिंता नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर सीएम सरकार नहीं चला सकते तो छोड़ दें लेकिन दूसरों को दोष न दें.
उन्होंने राज्य के लिए बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकारों द्वारा की गई विभिन्न पहलों की तरफ इशारा किया, जिसमें अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री रहते हुए औद्योगिक पैकेज भी शामिल है. नड्डा ने कहा कि राज्य के विकास में कांग्रेस की कोई भूमिका नहीं है. एम्स, आईआईएम, आईआईआईटी और हाइड्रो इंजीनियरिंग सहित सभी परियोजनाएं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दी गई हैं.