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प्रतियोगी छात्र की पिटाई का आरोप लगाकर वकीलों ने दारोगा और एसओ से की धक्का मुक्की, जमकर काटा हंगामा

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News By-नितिन केसरवानी

औद्योगिक थाने में दिन के उजाले से लेकर देर रात तक मचा रहा हड़कंप, पुलिस अधिकारियों के समझाने पर भी नहीं मानें वकीलों का एक समूह, देर रात तक करते रहे धरना प्रदर्शन

प्रयागराज: यमुनापार इलाके के रहने वाले आदर्श मिश्र पुत्र श्याम मिश्र एलएलबी पढ़ाई की तैयारी कर रहे हैं। जबकि वह नैनी कोतवाली क्षेत्र के पीडीए कॉलोनी में परिवार समेत रहते हैं। बताया जाता है कि बुधवार रात वह एक ढाबे पर भोजन आदि करने के बाद अपने साथियों संग बुलेट पर सवार होकर घर की ओर वापस लौट रहे थे। औद्योगिक क्षेत्र स्थित एक पेट्रोल पंप के निकट डंपर और बुलेट में मामूली रूप से टक्कर हो गई। आरोप है की बुलेट सवार युवकों ने डंपर को रोककर पत्थर बाजी कर आगे का शीशा पूरी तरह से चकनाचूर कर दिए और चालक को उसके केबिन से जबरन खींच कर सड़क पर उतारने लगे। इतना ही नहीं युवकों पर गंभीर आरोप भी चालक के द्वारा लगाया गया। जिससे वहां पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। तभी सूचना मिलने पर इलाकाई पुलिस मौके पर पहुंची और सभी को पकड़ कर औद्योगिक क्षेत्र थाने पर लेकर चले आए। साथ ही क्षतिग्रस्त डंपर को भी कब्जे में ले लिए।

बताया जाता है कि गुरुवार को पुलिस के द्वारा युवकों से पूछताछ जारी थी। तभी अचानक आदर्श मिश्र बेहोश हो गया। प्रतियोगी छात्र के बेहोश होने पर पुलिस कर्मियों ने सोचा कि गर्मी की वजह से वह बेहोश हो गया है। आनन फानन में पुलिस कर्मियों ने उसे सीसीटीएनएस रूम में लेकर पहुंचे। जहां पर ऐसी लगी हुई थी। तभी वकीलों का एक समूह वहां पर पहुंचे और दारोगा संजीव कुमार पर प्रतियोगी छात्र की पिटाई का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा करने लगे। जिससे वहां पर भारी हड़कंप मच गया। वकीलों का समूह ने दारोगा पर प्रतियोगी छात्र की पिटाई करने के लिए आरोप लगाया। जिससे वह युवक बेहोश हो गया। बेहोशी हालत में युवक को सीसीटीएनएस रूम से बाहर निकाल कर बाहर लाया गया। जहां पर वकीलों के समूह ने उक्त दारोगा से जमकर अभद्रता के साथ ही धक्का मुक्की और मारपीट पर उतारू हो गए।

वहीं मौके पर मौजूद थाना प्रभारी कुशल तिवारी ने बेहोशी की हालत में प्रतियोगी छात्र को इलाज के लिए अपने सरकारी वाहन में ले जाने के लिए प्रयास किया तो, उनके साथ भी जमकर कहासुनी और देख लेने तक की धमकी दी जाने लगी। हालांकि किसी प्रकार प्रतियोगी छात्र को  इलाज के लिए संबंधित पुलिस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र करछना लेकर पहुंचे। जहां पर प्राथमिक उपचार के बाद उसे छोड़ दिया गया। इसके बाद वकीलों का समूह औद्योगिक क्षेत्र थाना परिसर में स्थित महिला हेल्प डेस्क के निकट जमीन और कुर्सियों पर बैठकर जमकर नारेबाजी करते हुए धरना प्रदर्शन करने लगे। यह सिलसिला दिन के उजाले से शुरू होकर देर रात्रि प्रहर तक जारी रहा। बेहोश हुए प्रतियोगी छात्र के पिता ने उक्त दारोगा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कानूनी कार्रवाई के लिए प्रार्थना पत्र पुलिस को दिए। रात लगभग 8:00 बजे नैनी कोतवाली इंस्पेक्टर वैभव सिंह सहित एसीपी कौंधियारा विवेक यादव दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और वकीलों के समूह को समझाने बुझाने के लिए प्रयास किया गया, लेकिन वह भी असफल रहे। इतना ही नहीं वकीलों के समूह को कई अन्य यमुनापार से संबंधित वकीलों ने भी मामले को शांत कराने के लिए प्रयास किया, लेकिन वह नहीं मानें।

अब सवाल उठता है कि क्या वाकई में उक्त दारोगा की पिटाई से प्रतियोगी छात्र बेहोश हुआ था या और कुछ मामला है। कहीं कानूनी दांव पेंच के फेर में मामले को तूल तो नहीं दिया जा रहा है। खैर यह तो जांच का विषय है कि सत्यता आखिर क्या है। हालांकि जांच पड़ताल के बाद ही सत्यता सभी के सामने आ पाएगी। बताया जाता है कि जिस स्थान पर बीती रात डंपर में तोड़फोड़ और विवाद हुआ था। उसके आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे को भी पुलिस के द्वारा खंगाला जा चुका है। जबकि कई तरह की चर्चाएं व्याप्त रही।

 

 

 

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