लोकेशन मंडलेश्वर
विनोद भार्गव
26जनवरी गणतंत्र दिवस का राष्ट्रीय पर्व जंहा पूरे मंडलेश्वर मे हर्ष के साथ मनाया गया एवम राष्ट्रीय ध्वज को सम्मान के साथ फहराया गया जो हर भारतीय की जान है राष्ट्रीय ध्वज के सम्मान एवम इसकी गरिमा के लिए हर भारतीय अपनी जान तक न्यौछावर करने के लिये तत्पर रहता है राष्ट्रीय ध्वज को फहराने के संबंध मे राष्ट्रीय ध्वज सहिंता मे दिशा निर्देश दिये गए इसी संबंध मे एक नियम ये भी है की राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद ध्वज को सूर्यास्त के पूर्व सम्मान सहित उतारना पड़ता है जिसका विशेष रूप से ध्यान रखा जाता है और इसका पालन भी किया जाता है परंतु मंडलेश्वर नगर मे केंद्रीय जल आयोग के कनिष्ठ अभियंता के कार्यालय मे 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के दिन राष्ट्रीयध्वज सुबह फहराया तो गया परंतु विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण राष्ट्रीय ध्वज रात की 9.00 बजे तक अंधेरे मे लहराता रहा जो की ध्वज संहिता का उलंघन है और राष्ट्रीय ध्वज अपमान अधिनियम के अंतर्गत आता है जब इस बारे मे पत्रकारों को सूचना मिली तो वे केंद्रीय जल आयोग कनिष्ठ अभियंता के कार्यालय पहुँचे और पुलिस थाना मंडलेश्वर, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवम नायब तहसीलदार को अवगत करवाया गया तब पुलिस थाना मंडलेश्वर से ए एस आई यादव और स्टाफ् के अनुराग , नायब तहसील दार के आफिस मे कार्यरत संतोष केवट पहुँचे संतोष केवट ने केंद्रीय जल आयोग मे पदस्त कर्मचारियों विजय कुशवाह खुश्याल केवट को फोन कर कार्यालय पर तुरंत आने के लिए कहा विजय यादव तो नही आये परंतु खुश्याल केवट आफिस पर पहुँचे तो उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारी तरुण मेहता को जानकारी दी चुकी उनके पास आफिस के मेन गेट की चाबी नही होने पर उन्होंने विजय कुशवाह से चाबी के बारे मे पूछा तो चाबी सामने किसी और के यंहा रखी होना बताया गया वहा से चाबी लेकर ताला खोलकर पुलिस कर्मियों द्वारा राष्ट्रीय ध्वज को उतरवाया गया इस पूरे घटना क्रम के दौरान कार्यालय का कोई जवाबदार नही आया कनिष्ठ अभियंता तरुण मेहता इंदौर रहते है और विजय कुशवाह जानकारी लगने के बाद भी उपस्थित नही हुए