खुद के अतिक्रमण को बचाने एवं माँ काली एवं राम जानकी जनकल्याण संस्था सिंहपुर को बदनाम करने विघ्नसंतोषी लोगो का पर्दाफाश-
शहडोल गणेश कुमार केवट की रिपोर्ट। खुद के अतिक्रमण को बचाने एवं माँ काली एवं राम जानकी जनकल्याण संस्था सिंहपुर को बदनाम करने विघ्नसंतोषी लोगो का पर्दाफाश-
पत्रकार वार्ता में माँ काली एवं राम जानकी जनकल्याण संस्था सिंहपुर के कार्यकारिणी ने किया खुलासा-
सिंहपुर माँ काली एवं राम जानकी मंदिर में आने वाले नवरात्री को लेकर तथा धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों में अड़चन डालने एवं खुद के अतिक्रमण तथा कार्यवाही से बचने के लिए भ्रामक एवं आधारहीन खबरों एवं शिकायत के माध्यम से समस्त क्षेत्रवासियों , श्रद्धालुओं व नवीन समिति के सदस्यों की आस्था पर चोट और बदनाम करने की मनसा से कथित लोगो के चाल चरित्र और चेहरा को बेनकाब करते हुए शुक्रवार की शाम माँ काली एवं राम जानकी जनकल्याण संस्था सिंहपुर के सदस्यों द्वारा बताया गया की लगातार सिंहपुर मंदिर परिसर के जीर्णोद्धार को लेकर ग्रामवासियों की सहमति एवं कार्यकारिणी के पदाधिकारियों की संकल्पशक्ति ,कड़ी मेहनत और लगन से हो रहे मंदिर प्रांगड़ का
जीर्णोद्धार ,सौंदर्यीकरण को देखकर कथित लोग जिन्होंने मंदिर की संपत्ति एवं तालाब और भूमि में कब्ज़ा किया है , वो शारदीय नवरात्री के पर्व पर होने वाले नौ दिवसीय आयोजन की जानकारी लगते ही बौखला गए ,जिसका सबसे बड़ा कारण उनके द्वारा मंदिर परिसर की सम्पदा पर गिद्ध नज़र है।
आपराधिक प्रवत्ति का अमरेंद्र तिवारी एवं अतिक्रमणकारी सेवा निवृत्त रेंजर जगदीश तिवारी के गठजोड़ एवं कृत्य से समाज में रोस एवं आक्रोश व्याप्त
प्रेस वार्ता के दौरान माँ काली एवं राम जानकी जनकल्याण संस्था सिंहपुर पदाधिकारियों एवं आम जनता ने बताया कि सिंहपुर निवासी अमरेंद्र तिवारी जो कि आपराधिक प्रवत्ति का व्यक्ति है जिसके स्थानीय थाने में कई मामले दर्ज है,वहीं, दो चार अन्य असामाजिक तत्वों को मोहरा बनाकर सेवा निवृत्त रेंजर जगदीश तिवारी द्वारा अपने हित को साधा जा रहा है , लोगो कि धार्मिक भावना को घात पहुंचाते हुए एवं मंदिर परिसर के तकरीबन २५ एकड़ कि भूमि के लगभग एक चौथाई अंश जिसमे लल्लू तालाब जो कि मंदिर परिसर का हिस्सा है उसे फ़र्ज़ी तरीके से सरकारी तालाब को अपने परिवार के नाम करा लिया है वही कुछ भूमि पर निर्माण कार्य जैसे बड़ी दुकान, बॉउंड्री वाल , किराये के मकान,जिम ,फ्लाई ऐश ब्रिक फैक्ट्री बनाकर आर्थिक लाभ अर्जित किया जा रहा है , जिसके विरुद्ध ग्राम पंचायत एवं आम नागरिकों ने लिखित रूप से शिकायत भी प्रशासन को की है , कार्यवाही हो जाने के भय से जगदीश तिवारी एवं उसके गुर्गो द्वारा आये दिन हो रहे मंदिर परिसर के विकास एवं आने वाली शारदीय नवरात्री के पर्व पर होने वाले नौ दिवसीय आयोजन न हो एवं करने वाली पंजीकृत समिति तथा कार्यक्रम में अपने योगदान देने वाले श्रद्धालुओं के विरुद्ध षड्यंत्र एवं मनगढंत अनर्गल आरोप लगाते हुए , बदनाम करने कि कोशिश कराई जा रही है ।
आमजन के फ़र्ज़ी हस्ताक्षर कर मनगढंत शिकायत कर बदनाम करने कि कोशिश
कलेक्टर शहडोल ,पुलिस अधीक्षक एवं अनुविभागीय अधिकारी शहडोल को लिखित शिकायत देते हुए समस्त सिंहपुर ग्रामवासी एवं माँ काली एवं राम जानकी जनकल्याण संस्था सिंहपुर के पदाधिकारियों ने लिखित शिकायत देते हुए बताया कि अमरेंद्र तिवारी ने नौ दिवसीय कार्यक्रम में व्यवधान डालने कि मंशा से आयुक्त संभाग शहडोल को ग्रामीणों के फ़र्ज़ी हस्ताक्षर करते हुए शिकायत पत्र प्रेषित किया है जिसकी भनक लगते ही ग्रामवासियों में अमरेंद्र तिवारी के विरुद्ध आम सभा में निंदा प्रस्ताव पारित , झूठी शिकायत कर्ताओं के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही की मांग की है।
समन्वयक सहयोगी डॉ आदित्य द्विवेदी को बदनाम करने कि साजिश
पत्रकार वार्ता में कार्यकारिणी के पदाधिकारियों एवं ग्रामवासियों ने बताया कि समन्वयकडॉ आदित्य द्विवेदी जो कि ग्राम सिंहपुर के पुश्तैनी निवासी है , ग्रामवासियों के आग्रह तथा भक्तिभावना से प्रेरित हो ऐतिहासिक धार्मिक स्थल के विकास स्वयं समर्पित होकर व आर्थिक रूप से मंदिर परिसर के जीर्णोद्धार ,संवर्धन ,व्यवस्था , बॉउंड्री वाल के निर्माण समेत आने वाली शारदीय नवरात्री के पर्व पर होने वाले नौ दिवसीय आयोजन के संयोजन का पूरा कार्य कर रहे है , उनको गांव के ही अमरेंद्र तिवारी ,जगदीश तिवारी एवं इनके गिरोह द्वारा बदनाम करके मंदिर समिति से अलग करने का घिनौना प्रयास किया जा रहा है , साथ ही यह भी आरोप लगाया है कि डॉ आदित्य द्विवेदी द्वारा अपने कालेधन को सफेद करने कि कोशिश की जा रही है , जबकि होनहार एवं धार्मिक भाव से ओतप्रोत सनातन एवं धर्म के झंडे को उठाकर मंदिर परिसर को आदि शक्ति माँ काली धाम सिंहपुर के निर्माण में जो भी शारीरिक आर्थिक मानसिक सेवा दी जा रही है उसके नाम से एक रुपये कि रसीद भी नहीं ली गयी है।
तालाब के फ़र्ज़ी पट्टे निरस्त करने व अतिक्रमित मंदिर परिसर कि भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने कि ग्रामवासियों कि मांग
गौरतलब है कि सिंहपुर मंदिर परिसर कि संपत्ति स्थाई भूमि जो को तकरीबन २५ एकड़ है उसके कुछ हिस्सों समेत तालाब का फ़र्ज़ी पट्टा जो कि जगदीश तिवारी द्वारा बनवा ली गयी है उसको निरस्त करने एवं अन्य भूमि पर अवैध निर्माण कार्य करके करोडो का कारोबार फैलाया गया है उसको तत्काल तोड़कर प्रशासन और सरकार लोगो कि धार्मिक भावना एवं सनातन संस्कृत उक्त सम्पदा को व्यवस्थित करने कि मांग के साथ ही आने वाली शारदीय नवरात्री के पर्व पर होने वाले आयोजनों में किसी प्रकार कि व्यवधान बाधा आती है तो इसकी सम्पूर्ण जबाबदारी अमरेंद्र तिवारी एवं जगदीश तिवारी की होगी।