तीन महिला पार्षदों पर हो सकती है कार्यवाही!
उपाध्यक्ष ,पार्षद एवं विधायक प्रतिनिधि के शिकायत पर जारी किया गया कारण बताओ सूचना पत्र।
*अरविंद सिंह परिहार सीधी*
सोशल मीडिया में विजय गुप्ता द्वारा डाला गया फोटो व अध्यक्ष के हस्ताक्षर युक्त पत्र जिसमें बैठक हाल में नगर अध्यक्ष मझौली शंकर प्रसाद गुप्ता के साथ जो शायद उपाध्यक्ष एवं सीएमओ व पार्षद गणों के लिए कुर्सी आरक्षित होती है उन कुर्सियों पर पार्षद पति बैठे दिख रहे हैं। यह फोटो एवं पत्र नगर प्रशासन की गरिमा को लेकर चर्चा का विषय बना ही हुआ था कि आज शिकायत पत्र पर तीन पार्षद महिलाओं को सूचना पत्र भेज जवाब मांगा गया है।
हो रही थी।
आज 30 दिसंबर 2025 को उपाध्यक्ष उदयभान यादव, विधायक प्रतिनिधि रामसखा शर्मा, पार्षद हिमांशु तिवारी, लवकेश सिंह गहरवार, गोविंद साकेत तथा अन्य तीन महिला पार्षद मीना सिंह, सुशीला सिंह, पार्वती कोल के हस्ताक्षर युक्त शिकायत पत्र कलेक्टर सीधी के पत्र क्रमांक 227 दिनांक 20/ 09 /2022 का हवाला देते हुए। लिखित शिकायत पत्र मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगर परिषद मझौली जिला सीधी को सौंप कार्यवाही की मांग की गई।
कलेक्टर द्वारा जारी पत्र में साफ तौर पर लेख किया गया है कि महिला सशक्तिकरण को दृष्टिगत रखते हुए अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं पार्षदों के लिए 50% पद आरक्षित किया गया है। महिला पार्षदों के स्थान पर पति एवं सगे संबंधियों, रिश्तेदारों द्वारा परिषद समितियां के बैठक एवं अन्य कार्यों में दखलनदाजी स्वीकार योग्य नहीं है। इस प्रकार के प्रकरण निर्मित होने पर महिला अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, एवं पार्षदों को व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार मानते हुए विधि अनुसार कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी।जिस शिकायत पत्र नगर परिषद की गरिमा तथा नियमों की अनदेखी किए जाने का भी लेख करते हुए मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगर परिषद मझौली को फोटोग्राफ, विजय गुप्ता द्वारा एक साथ व्यक्तिगत रुप से सोशल मीडिया में डाला गया अध्यक्ष का एक पत्र तथा बैठक कक्ष में अध्यक्ष के अगल-बगल की कुर्सी में बैठे पार्षद पतियों की फोटो का प्रिंट आउट एवं कलेक्टर का पत्र संलग्न कर दिया गया है। उक्त शिकायत पत्र का हवाला देते हुए महिला पार्षद, संध्या रजक पति इंद्रभान रजक, रंजना गुप्ता पति रजनीश गुप्ता, प्रीति प्रति मार्तंड चतुर्वेदी को कारण बताओ सूचना पत्र भेज जवाब मांगा गया है जिसमें उल्लेखित किया गया है कि 22 दिसंबर 2025 को विजय गुप्ता नाम के व्यक्ति द्वारा सोशल मीडिया में डाले गए पोस्ट की स्क्रीनशॉट में स्पष्ट रूप से आप लोगों के पति कुर्सी पर बैठे दिख रहे हैं। जारी निर्देशों अनुसार क्यों ना आपके विरुद्ध अधिनियम प्रावधान अनुसार कार्यवाही हेतु प्रस्ताव कलेक्टर महोदय को प्रेषित किया जाए। उक्त कारण बताओ सूचना पत्र की प्रतिलिपि सूचनार्थ जिला कलेक्टर सीधी एवं संयुक्त संचालक नगरी प्रशासन एवं विकास रीवा संभाग रीवा को भेजा गया है।
*अध्यक्ष के कार्यप्रणाली पर भी उठ रहे सवाल*
नगर अध्यक्ष शंकर प्रसाद गुप्ता के कार्य प्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं बताया व देखा जा रहा है कि जब से यह अध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं कुछ अनाधिकृत लोगों को साथ में नियमों एवं कायदा कानून को दरकिनार करते हुए नगर प्रशासन की गरिमा को ठेस पहुंचा रहे हैं। नगर प्रशासन के जिम्मेदार प्रथम व्यक्ति होने पर भी मुख्य नगर पालिका अधिकारी के गैर मौजूदगी मे बैठक में हाल में रखी कुर्सियों जो शायद सीएमओ, उपाध्यक्ष,एवं पार्षद के लिए आरक्षित होती है
आपनेअगल-बगल पार्षद पतियों को बैठा कार्य व अन्य योजना तैयार करना नगर प्रशासन के गरिमा के विपरीत एवं
अनुशासनहीनता का घोतक माना जा रहा है। फिरहाल इनके विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं की गई है देखना होगा कि क्या नगर अध्यक्ष के विरुद्ध भी कार्यवाही की जाएगी की केवल महिला पार्षदों पर ही।
*इसके पूर्व हो चुकी है मारपीट*
नगर परिषद कार्यालय में अनाधिकृत व्यक्तियों के शिरकत के कारण अभी हाल ही में मार -पीट हो चुकी है यहां तक की यह झगड़ा जिला संभाग नहीं प्रदेश तक में चर्चित हो गया था। जहां दोनों पक्षों की और से पुलिस प्रशासन पर आरोप प्रत्यारोप लगाया गया था। फिर भी नगर अध्यक्ष मझौली शंकर प्रसाद गुप्ता जो की काफी अनुभवी एवं गंभीर स्वभाव के साधारण व्यक्ति हैं न जाने ऐसे मामलों को सुलझाने के बजाय उलझने में लगे हुए हैं।
*कारण बताओ सूचना पत्र जारी कर जवाब मांगा गया है नियमों एवं विधि अनुसार कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी।*
प्रभात बरकड़े मुख्य नगर पालिका अधिका
री नगर परिषद मझौली।