छोटू की छाई चोरी पर क्यों नहीं होती कार्रवाई?
कोयलांचल पर कालिख पोत रहा अवैध कारोबार, संरक्षण में फल-फूल रहा ‘छाई माफिया’
ज्ञानेंद्र पांडेय 8516868379
अनूपपुर।
जिले के चचाई थाना क्षेत्र अंतर्गत बरगवां, अमलाई, केल्हौरी, गाड़ाघाट सहित आसपास के ग्रामीण इलाकों में इन दिनों कथित छाई (कोयला अवशेष) चोरी का अवैध कारोबार बेखौफ तरीके से संचालित हो रहा है। इस पूरे नेटवर्क का केंद्र बिंदु बताया जा रहा है एक नाम छोटू, जो वर्षों से इस कारोबार का कथित सरगना बना बैठा है।
सबसे बड़ा और गंभीर सवाल यह है कि इतने लंबे समय से खुलेआम चल रहे इस अवैध धंधे पर अब तक कोई ठोस कार्रवाई क्यों नहीं हुई? क्या यह सब बिना किसी राजनीतिक, प्रशासनिक या विभागीय संरक्षण के संभव है?
सुबह-सुबह खुलेआम चोरी, फिर भी कार्रवाई शून्य।
स्थानीय लोगों के अनुसार प्रतिदिन सुबह 5 बजे से 10 बजे तक दो ट्रैक्टरों के माध्यम से चोरी की गई छाई को खुलेआम मुख्य सड़कों से ढोया जाता है। यह पूरा अवैध परिवहन किसी सुनसान रास्ते से नहीं, बल्कि आम जनता की आंखों के सामने होता है। इसके बावजूद न तो वाहनों की जांच होती है,
न ही कोई जब्ती या छापामार कार्रवाई दिखाई देती है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि बीट प्रभारी, थाना स्टाफ और संबंधित अधिकारी इस गतिविधि से पूरी तरह अवगत हैं, लेकिन कथित “नजराना व्यवस्था” के चलते आंखें मूंद ली जाती हैं।
जहां एक ओर अवैध कारोबारी मालामाल हो रहे हैं, वहीं नियमों का पालन करने वाले वैध कारोबारी खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं।
कोयलांचल बनता जा रहा अवैध कारोबारियों का सुरक्षित ठिकाना
स्थानीय जनमानस में यह धारणा तेजी से मजबूत हो रही है कि कोयलांचल क्षेत्र अवैध कारोबारियों के लिए सुरक्षित शरणस्थली बनता जा रहा है।
छोटू जैसे कथित कारोबारी एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में बेखौफ होकर अपना नेटवर्क फैला रहे हैं, लेकिन प्रशासन की नजर उन तक क्यों नहीं पहुंच पा रही?
या फिर
नजर जानबूझकर फेर ली जा रही है?
अब देखना यह होगा कि शासन-प्रशासन इस गंभीर मामले को संज्ञान में लेकर ठोस और निष्पक्ष कार्रवाई करता है, या फिर कोयलांचल पर छाई यह कालिख और गहरी होती जाएगी।