News By- हिमांशु उपाध्याय / नितिन केसरवानी
कौशाम्बी: नगर पालिका परिषद भरवारी में इस वक्त भ्रष्टाचार का बड़ा खेल खुलेआम जारी है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी सादी चुप्पी साधे हुए हैं। मामला वार्ड नंबर 16 का है, जहां लाखों रुपये की लागत से पानी का पंप हाउस तो बन गया, उद्घाटन भी हो गया, लेकिन धरातल पर हकीकत शून्य है।,
उद्घाटन हुआ, लेकिन पानी नहीं आया
पंप हाउस का फीता काटकर फोटो खिंचवा ली गई, मगर वार्डवासियों को आज तक शुद्ध पेयजल नसीब नहीं हुआ। मजबूरी में लोग गंदा और दूषित पानी पीने को विवश हैं, जिससे बीमारियों का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है।
मतदान तक किया था बहिष्कार
वार्ड नंबर 16 के नागरिकों ने पानी की समस्या को लेकर लोकतांत्रिक विरोध भी दर्ज कराया था। आक्रोशित जनता ने मतदान तक का बहिष्कार किया, बावजूद इसके समस्या जस की तस बनी हुई है।

लाखों खर्च, व्यवस्था दिखावटी स्थानीय लोगों का आरोप है कि
पंप हाउस सिर्फ कागजों और उद्घाटन तक सीमित है
लाखों रुपये खर्च होने के बावजूद पानी की सप्लाई शुरू नहीं हुई
जिम्मेदार अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौन दर्शक बने हुए हैं
स्थानीय जनता में उबाल
वार्ड वासियों में इस मुद्दे को लेकर गहरी नाराजगी है। लोगों का साफ कहना है कि अगर जल्द ही शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं की गई, तो वे
धरना-प्रदर्शन, नगर पालिका का घेराव, और बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
बड़ा सवाल??
क्या पंप हाउस सिर्फ भ्रष्टाचार का स्मारक बनकर रह जाएगा?
क्या जनता को उनके हक का पानी मिलेगा या सिर्फ आश्वासन?
अब देखना यह है कि नगर पालिका प्रशासन और जिला प्रशासन कब जागता है, या फिर वार्ड नंबर 16 की जनता को सड़क पर उतरकर अपनी आवाज बुलंद करनी पड़ेगी।