News By- हिमांशु उपाध्याय / नितिन केसरवानी
कौशाम्बी: नगर पालिका परिषद भरवारी में भ्रष्टाचार अब छिपा नहीं रहा, बल्कि खुलेआम सड़क पर दिखाई दे रहा है। अधूरी सड़क निर्माण कर, रात के अंधेरे में शिलान्यास पट लगवाकर ठेकेदार चोरों की तरह गायब हो गया। हैरानी की बात यह है कि अधूरा काम छोड़ने के बावजूद पूरा भुगतान निकाल लिया गया।
मामला नगर के दूसरे वार्ड से जुड़ा है, जहां बिना काम पूरा हुए शिलान्यास पट लगाया गया, जबकि अन्य वार्डों में अधूरे निर्माण के नाम पर सरकारी धन की निकासी कर ली गई। यह पूरा घटनाक्रम “अंधेर नगरी, चौपट राजा” की कहावत को सच साबित करता है।
सभासद शानू कुशवाहा ने वीडियो साक्ष्य सामने लाकर नगर प्रशासन और संबंधित अधिकारियों की मिलीभगत को उजागर किया है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि सड़क निर्माण अधूरा है, लेकिन काग़ज़ों में काम पूरा दिखाया गया।
स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है।
सवाल उठ रहे हैं—
बिना काम पूरा हुए भुगतान कैसे हुआ?
शिलान्यास रात में क्यों कराया गया?
जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई क्यों नहीं?
सबसे चिंताजनक बात यह है कि न तो कोई सवाल पूछने वाला है और न ही जवाब देने वाला। नगर पालिका परिषद भरवारी में भ्रष्टाचार चरम पर है और आम जनता खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही है।
अब देखना यह है कि जिला प्रशासन और उच्च अधिकारी इस गंभीर मामले पर संज्ञान लेते हैं या फिर यह मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा।