घोड़ाडोंगरी जनपद पंचायत में:पद का गुरूर चरम पर,मोबाइल उठाना भी नहीं समझते ज़रूरी! सीसी सड़क शिकायत पर भड़के ग्रामीण, कलेक्टर तक पहुंची बात फिर भी जनप्रतिनिधि उपेक्षित
घोड़ाडोंगरी जनपद पंचायत में:पद का गुरूर चरम पर,मोबाइल उठाना भी नहीं समझते ज़रूरी!
सीसी सड़क शिकायत पर भड़के ग्रामीण, कलेक्टर तक पहुंची बात फिर भी जनप्रतिनिधि उपेक्षित

बैतूल / घोड़ाडोंगरी।बैतूल जिले के अंतर्गत आने वाले जनपद पंचायत कार्यालय घोड़ाडोंगरी में अधिकारियों का रवैया इन दिनों गंभीर सवालों के घेरे में है। हालात यह हैं कि जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों के अनुसार जनपद पंचायत के अधिकारी मोबाइल फोन पर बात करना तक उचित नहीं समझते। पद का ऐसा गुरूर सिर चढ़कर बोल रहा है कि जनसमस्याएं अनसुनी की जा रही हैं।
अंनकावाड़ी ग्राम के उपसरपंच श्याम जादव ने बताया कि कुछ दिन पूर्व गांव में सीसी सड़क निर्माण को लेकर वे जिला कलेक्टर महोदय से मिले थे। कलेक्टर ने मामले को देखने का आश्वासन भी दिया था। लेकिन जैसे ही इसकी जानकारी जनपद पंचायत कार्यालय के अधिकारियों तक पहुंची, मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।
उपसरपंच का आरोप है कि जिन ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने शिकायत की थी, उन्हें न तो जनपद कार्यालय बुलाया गया और न ही कोई चर्चा की गई। इससे साफ जाहिर होता है कि अधिकारियों में जवाबदेही की भारी कमी है और जनप्रतिनिधियों को भी नजरअंदाज किया जा रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि जनपद पंचायत कार्यालय में बैठे अधिकारी खुद को जनता से ऊपर समझने लगे हैं। मोबाइल कॉल्स का जवाब न देना और शिकायतकर्ताओं से दूरी बनाना प्रशासनिक कार्यशैली पर बड़ा प्रश्नचिह्न खड़ा करता है।
अब देखना यह होगा कि जिला प्रशासन इस मामले में क्या संज्ञान लेता है या फिर जनपद पंचायत के अधिकारी यूं ही पद के गुरूर में जनता की आवाज़ को दबाते रहेंगे।
आशीष पेंढारकर की रिपोर्ट
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