हिमांशु उपाध्याय/ नितिन केसरवानी
कौशाम्बी: जिले में आज कलेक्ट्रेट परिसर उस वक्त गूंज उठा, जब अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जोरदार धरना-प्रदर्शन किया, प्रदर्शनकारियों ने बालू खनन नीति को लेकर सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाया है।
अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के बैनर तले बड़ी संख्या में किसान और मजदूर कलेक्ट्रेट पहुंचे और बालू खनन को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की, प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सरकार मशीनों से बालू खनन की अनुमति देती है, लेकिन निषाद समाज को नाव के जरिए बालू खनन करने से रोका जा रहा है, आरोप है कि मशीनों से हो रहे खनन के कारण स्थानीय मजदूर बेरोजगार हो रहे हैं। और परंपरागत रूप से खनन से जुड़े लोगों की आजीविका प्रभावित हो रही है। धरना-प्रदर्शन के दौरान प्रशासनिक अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगों से जुड़ा ज्ञापन सौंपा, वही अधिकारियों ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

बालू खनन नीति को लेकर उठ रहे सवाल अब प्रशासन और सरकार के सामने हैं, देखना होगा कि मजदूरों की मांगों पर आगे क्या फैसला लिया जाता है।