प्रयागराज: फर्जी एसटीएफ द्वारा नोटिस भेजकर, घर में घुसकर महिला को एनकाउंटर के लिए धमकाया, 15 लाख रुपए वसूले FIR दर्ज
News By-नितिन केसरवानी
प्रयागराज के बम्हरौली में फर्जी एसटीएफ नोटिस भेजकर 15 लाख रुपए की अवैध वसूली एसटीएफ के नाम से एनकाउंटर करने की भी धमकी दी गई पीड़ित मोहम्मद मियां उर्फ शेरों ने थाने में सुनवाई नहीं होने पर कोर्ट में गुहार लगाई और अब कोर्ट के आदेश पर ही मामले में केस दर्ज किया गया|
शिकायत में विपक्षी महिला लूसी सिद्दीकी तथा उसके पति जफर नईम पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं पीड़िता ने बताया कि 19 जून को उनके मोबाइल नंबर पर अज्ञात व्हाट्सएप पर नोटिस भेजा गया जिसमें उसे सुफियान अहमद और अलकमा बानो को फर्जी एसटीएफ द्वारा #मुलजिम बताया गया यह संदेश देखकर प्रार्थी घबरा गया जहां जांच की कोशिश के दौरान उसकी रिश्तेदारी लूसी सिद्दीकी ने उसे अपने घर बुलाकर समझने के नाम पर गुमराह की और डरा कर घर में रोक लिया इस घटना में लूसी सिद्दीकी और उसके पति जफर नईम ने पीड़ित और रिश्तेदारों को यह कहकर किसी से बातचीत करने से रोक दिया|
प्रार्थना पत्र के अनुसार जैतपुरा निवासी शोभा सिंह पत्नी राकेश सिंह ने उनके पति पर झूठा मुकदमा पंजीकृत कराना और पुलिस द्वारा हिन्दू-मुस्लिम फर्जी प्रकरण के साथ-साथ उस पर एससी/एसटी वाला मामला बनाने का प्रयास किया गया और गिरफ्तारी किया जाना बताया गया। इससे जैकरन और उसका पूरा परिवार भयभीत हो गया।
विपठानी दंपती ने नाम नोटिस से हटवाने के बदले 25 लाख रुपये की मांग की। इस पर से प्रार्थी और उसके रिश्तेदारों ने जगह-जगह एक प्रकार से इंतजाम किया। मोहम्मदगंज मोहल्ले के दो लोग– फारुक, मुन्ना अहमद ने तीन लाख (एक से), निक्कोखंडा के दो लोग, बशारत, शाहनवाज ने दो लाख (दो से), बसमनगंज के एक व्यक्ति ने फूल नूर लाख दिए गए, बाद में पांच लाख और जुगनू कुल 15 लाख रुपये विपठानी को दिए गए।
राशि देने के बाद विपठानी ने कहा कि अब नाम नोटिस से कट जाएगा। उन्होंने प्रार्थी का मोबाइल छीनकर अपने पास रख लिया और कहा कि तुम कहीं फोन मत करना। मोहल्ले के लोगों को धमकाया गया। इसके बाद महिला सिंहिक को उसे एससी/एसटी आफिस में ले जाकर उसकी गिरफ्तारी का नोटिस दिखाकर एक कथित एससी/एसटी का अपराध बनाया गया।
उस आरोप पत्रिका में एससी/एसटी का आरोप और अवैध वसूली के मामले की तहरीर की बात 26 जून को रात करीब 8:10 बजे ली गई। पीड़ित के अनुसार विपठानी ने गलत नाम पर दबाव डाला। पीड़ित शख्स का वीडियो बनाकर जबरन लिखवाया गया कि “15 लाख, फारुक और उसके सभी भाइयों का नाम मिटा देना, नहीं पूरे परिवार को जेल में डाल देना” जैसा दबाव डाला गया।
पीड़ित ने तत्काल 112 नंबर पर फोन कर घटना की जानकारी दी। इसके बाद पीड़िता ने थाना बमरौली, पुलिस आयुक्त प्रयागराज, मुख्यमंत्री और अन्य शीर्ष अधिकारियों को लिखित शिकायत दी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई।
पीड़ित पक्ष ने आरोप लगाया कि विपक्षी महिला मुंशियाने का रौब दिखाकर अवैध वसूली और धमकी देने का काम करती है। गलत पता बताकर नोटिस बनवाया गया और गलत नोटिस पर एससी/एसटी का प्रकरण बनाते हुए फर्जी मुकदमा लिखवाया गया। अवैध वसूली में भारी धनराशि वसूली गई।
विपठानी महिला द्वारा अवैध वसूली, धमकी और फर्जी एससी/एसटी का केस लगाए जाने का आरोप लगाते हुए पीड़ित ने न्याय दिलाने की गुहार लगाई। इसके बाद अब बमरौली पुलिस ने संबंधित मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है।