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पुलिस की बड़ी कामयाबी: 20 लाख के 83 मोबाइल बरामद, एसपी ने फोन लौटाए—पुलिस टीम सम्मानित

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News By- हिमांशु उपाध्याय/ नितिन केसरवानी

कौशाम्बी: जनपद पुलिस ने सीईआईआर (सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर) पोर्टल की मदद से चोरी, स्नेचिंग व खोए हुए 83 मोबाइल फोन बरामद कर उनके स्वामियों को सौंप दिए। बरामद मोबाइलों की अनुमानित कीमत लगभग 20 लाख रुपये है। सोमवार को मंझनपुर पुलिस कार्यालय में पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने प्रेस वार्ता कर यह जानकारी दी और पीड़ितों को उनके फोन सुपुर्द किए। मोबाइल वापस पाकर लोग visibly खुश नजर आए।

एसपी ने बताया कि सीईआईआर पोर्टल की सहायता से पूरे देश में कहीं भी मौजूद खोया या चोरी हुआ मोबाइल ट्रैक किया जा सकता है। थानों की तकनीकी टीमों ने सर्विलांस, सीसीटीएनएस डेटा और मेनुअल इनपुट के जरिए विस्तृत विश्लेषण कर मोबाइलों को रिकवर किया।

SP राजेश कुमार का मास्टरस्ट्रोक—तकनीक और टीमवर्क के चलते हुआ रिकॉर्ड रिकवरी
सीईआईआर पोर्टल को तेज़ी से ऑपरेट करने हेतु SP द्वारा सभी थानों की टीम को ट्रेंड किया गया। जिसका परिणाम यह रहा कि जहां अन्य जिलों में महीनों लग जाते हैं।
कौशाम्बी पुलिस ने कुछ ही दिनों में 83 मोबाइल ट्रैक कर लिए। SP राजेश कुमार ने खुद पूरे अभियान की मॉनिटरिंग की, हर थाने को अलग-अलग असाइनमेंट दिए और तकनीकी टीम को 24×7 सक्रिय रखा। इस लगातार सख़्त फॉलोअप का नतीजा जनपद भर में सबसे बड़ा मोबाइल रिकवरी ऑपरेशन सफल रहा।
सबसे ज्यादा मोबाइल बरामद करने वाले थाने,SP ने किया सम्मानित
पहला स्थान — थाना सराय अकिल – 16 मोबाइल
दूसरा स्थान — थाना कड़ा धाम- 11 मोबाइल
तीसरा स्थान — थाना कोखराज – 11 मोबाइल
तीनों थानों की टीम को SP राजेश कुमार ने
5000–5000 रुपए का नकद पुरस्कार व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया, ताकि बेहतर कार्य करने की प्रेरणा को नई उड़ान मिल सके।
थानावार मोबाइल बरामदगी (कुछ आंकड़े जो कौशाम्बी का दम दिखाते हैं
मंझनपुर – 09
करारी – 10
पश्चिम शरीरा – 02
महेवा घाट – 03
मोहम्मद पुर प‌इंसा- 01
कौशाम्बी – 01
सैनी – 10
कोखराज – 11
कड़ाधाम – 11
चरवा – 02
सराय अकिल – 16
पिपरी – 02
संदीपनघाट – 05
टोटल बरामद मोबाइल की संख्या- 83 मोबाइल
SP राजेश कुमार की छाप,जनता से सीधी जुड़ाव की पुलिसिंग
इस पूरे अभियान में SP राजेश कुमार की एक बात सबसे ज्यादा चमकी कि हर पीड़ित को उसका मोबाइल वापस मिलना ही चाहिए। चाहे उसे खोजने के लिए दिन-रात काम क्यों न करना पड़े। उनके इस विजन ने जनपद को वह सफलता दिलाई, जो किसी भी जिले के लिए मिसाल बन चुकी है।

बाइट- राजेश कुमार एसपी

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