News By- हिमांशु उपाध्याय / नितिन केसरवानी
कौशाम्बी: जनपद के सभी तहसीलों में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में आज प्रशासनिक सक्रियता और जनसुनवाई की अनूठी मिसाल देखने को मिली।
तहसील मंझनपुर में जिलाधिकारी डॉ. अमित पाल शर्मा और पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने स्वयं जनता की शिकायतें सुनीं और मौके पर ही अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
जिलाधिकारी डॉ. अमित पाल शर्मा ने कहा कि—
“हर शिकायत का समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसी भी पीड़ित को अनावश्यक दौड़-भाग न करनी पड़े, यह हम सभी की जिम्मेदारी है।”
उन्होंने विशेष रूप से राजस्व संबंधी मामलों में राजस्व एवं पुलिस की संयुक्त टीम को तुरंत मौके पर जाकर सत्यापन कर कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
साथ ही विभिन्न सरकारी योजनाओं से जुड़े प्रार्थना-पत्रों पर पात्र लोगों को ऑनलाइन आवेदन कराकर शीघ्र लाभान्वित करने के भी सख्त निर्देश दिए।
पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने भी अधिकारियों को चेताया कि शिकायतों के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि समाधान दिवस जनता के विश्वास को मजबूत करने का माध्यम है और इसका असर जमीनी स्तर पर दिखना चाहिए।
शिकायतों की स्थिति — प्रभावी निस्तारण की झलक
तहसील मंझनपुर: कुल 39 शिकायतें, जिनमें से 05 का निस्तारण मौके पर ही।
तहसील सिराथू: कुल 81 शिकायतें, जिनमें से 05 शिकायतें मौके पर निस्तारित।
तहसील चायल: कुल 22 शिकायतें, 01 शिकायत का तत्काल निस्तारण।
जनता से सीधा संवाद, तत्काल राहत और पारदर्शी प्रशासनिक शैली—इन सबने समाधान दिवस को बेहद प्रभावी और सफल बनाया।
जिलाधिकारी डॉ. अमित पाल शर्मा और पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार की यह संयुक्त पहल न सिर्फ प्रशासनिक तत्परता को दर्शाती है, बल्कि आमजन के प्रति उनकी संवेदनशीलता और प्रतिबद्धता का भी प्रमाण है।
कौशाम्बी में बेहतर शासन का यह प्रयास लोगों में भरोसा और उम्मीद दोनों मजबूत कर रहा है।